सिवनी। मध्य प्रदेश के सिवनी स्थित आदिवासी छात्रावास में एक महिला टीचर ने बच्चों से पैर दबवाया और मालिश कराई। इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। खबर है कि जांच के बाद इस टीचर को सस्पेंड कर दिया गया है।
आदिवासी बच्चियों पर इस तरह जुल्म
सिवनी के शासकीय अनूसूचित जनजाति कन्या इंग्लिश मीडियम कन्या परिसर में एक महिला टीचर नन्ही-नन्ही छात्राओं से अपने पैर दबवा रही है। जिसका वीडियो कक्षा में लगे CCTV कैमरे में कैद हो गया। सामने आए वीडियो में टीचर जमीन पर दरी बिछाकर बैठी नजर आ रही है। वहीं, स्कूल के बच्चे महिला टीचर के पैर दबाते दिख रहे हैं। वही दूसरे वीडियो में टीचर कुर्सी में बैठी नजर आ रही है,और छात्राएं टेबल के नीचे बैठकर पैर दबा रहे है। अंग्रेजी माध्यम में पढ़ रही ये बच्चियां किस मानसिकता में जी रही होंगी, यह सोच का विषय है।
पालकों पर भड़की टीचर
जब छात्राओं ने इसकी जानकारी अभिभावको को दी तो अभिभावकों ने महिला टीचर सुजाता मड़के से पूछा तो टीचर उलटे अभिभावकों पर भड़क गई और उक्त किसी भी घटना से निर्लज्जतापूर्वक इंकार कर दिया गया। वह अभिभावकों को कहते नजर आयी कि ज्यादा से ज्यादा प्रशासन मुझे यहां से कही और स्थानांतरित करेगा, ऐसी चुनौती देती नजर आई। वायरल वीडियो में नजर आ रही शिक्षिका की पहचान सुजाता मड़के के रूप में हुई है.
नेता प्रतिपक्ष ने मोहन सरकार पर साधा निशाना
वीडियो वायरल होने के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मोहन सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा है कि सिवनी में आदिवासी छात्रावास में छोटी बच्चियों से पैरों की मालिश करवाती शिक्षिका का वीडियो बेहद शर्मनाक है! पैर दबवाने वाली सुजाता मड़के पहले भी निलंबित हो चुकी हैं, फिर भी ट्राइबल विभाग में नियम विरुद्ध प्रतिनियुक्ति क्यों की जा रही हैं?
भाजपा सरकार में आदिवासियों का सम्मान तो कभी नहीं हुआ, अब देवी समान बेटियों का भी अपमान किया जा रहा है। आखिर आदिवासी बच्चों के साथ यह शोषण कब रुकेगा? मोहन सरकार को इस मामले में दोषियों पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।
सिवनी में आदिवासी छात्रावास में छोटी बच्चियों से पैरों की मालिश करवाती शिक्षिका का वीडियो बेहद शर्मनाक है!
पैर दबवाने वाली सुजाता मरके पहले भी निलंबित हो चुकी हैं, फिर भी ट्राइबल विभाग में नियम विरुद्ध प्रतिनियुक्ति क्यों की जा रही हैं?
भाजपा सरकार में आदिवासियों का सम्मान तो… pic.twitter.com/7MsUniBnlh
— Umang Singhar (@UmangSinghar) February 12, 2025
जांच के बाद शिक्षिका निलंबित
वीडियो वायरल होने के बाद जिम्मेदार अधिकारियों ने मामले को संज्ञान में लिया और जांच के बाद शिक्षिका को निलंबित कर दिया गया है। मामला संज्ञान में आने पर जनजातीय कार्य विभाग के सहायक आयुक्त ने मंडल संयोजक को जांच करने के आदेश जारी किए। जांच के आधार पर शिक्षिका को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।