रायपुर। राजधानी के अभनपुर थाना क्षेत्र में एक माह पहले हुई संदेहास्पद मौत की गुत्थी पुलिस ने आखिरकार सुलझा लिया है। पुलिस ने इस मामले में हत्या का जुर्म दर्ज करते हुए आरोपी खुशवंत साहू को गिरफ्तार कर लिया है। उसने हत्या की पूरी साजिश का खुलासा किया है।

संदिग्ध अवस्था में मिली थी नरेंद्र की लाश

यह मामला 27 नवंबर 2024 का है, जब ग्राम खोरपा के नरेंद्र साहू की लाश संदिग्ध अवस्था में एक नर्सरी में पाई गई थी। नरेंद्र साहू, जो कि कंप्यूटर कोचिंग सेंटर चलाते थे, की मौत के बाद पुलिस ने घटनास्थल से गंगाजल की शीशी और पूजा सामग्री बरामद की थी, जिससे पुलिस को शक हुआ कि उनकी हत्या तंत्र-मंत्र के कारण हुई है।

पीएम रिपोर्ट के चलते छोड़ना पड़ा आरोपी को

पुलिस ने मृतक नरेंद्र साहू के कॉल डिटेल की जांच की तब आरोपी खुशवंत साहू का नाम सामने आया, जो दुर्ग जिले के ग्राम धनोरा का निवासी है। पुलिस ने उसे धमतरी जिले के रुद्री थाना क्षेत्र से पकड़ा और उससे पूछताछ की। आरोपी गोलमोल जवाब देता रहा, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में हार्ट अटैक से मौत की बात सामने आई, जिस कारण उसे छोड़ दिया गया।

धमतरी क्षेत्र में मिली और लाशें

इस घटना के दौरान ही राखी थाना क्षेत्र और धमतरी जिले में भी ऐसे ही संदिग्ध शव पाए गए, जिनके पास से गंगाजल की शीशी और पूजा सामग्री मिली थी। पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर खुशवंत साहू को फिर से संदिग्ध पाया।

इस वजह से रचा हत्या का षड्यंत्र

इसके बाद धमतरी पुलिस ने एफएसएल रिपोर्ट के बाद आरोपी से कड़ी पूछताछ की, जिसमें उसने गंगाजल में साइनाइड के साथ हत्या करने की बात कुबूल कर ली। आरोपी ने पुलिस को बताया कि एक साल पहले उसने नरेंद्र साहू और राखी थाना क्षेत्र के एक रिटायर्ड शासकीय कर्मचारी से तंत्र-मंत्र के नाम पर डेढ़ लाख रुपए लिए थे, लेकिन उसने कोई तांत्रिक क्रिया नहीं की। जब दोनों ने पैसे वापस करने का दबाव बनाया, तो आरोपी ने ऑनलाइन साइनाइड मंगवाया और उन्हें साइनाइड मिलाकर गंगाजल पिलाया। 27 नवंबर को नरेंद्र साहू और 28 नवंबर को राखी थाना क्षेत्र के बुजुर्ग को साइनाइड मिलाकर हत्या की गई।

अपने साथी को भी मार डाला आरोपी ने

आरोपी का साथ देने वाला साथी वीरेंद्र भी इस मामले में शामिल था, जिसे आरोपी ने रुद्री में साइनाइड पिलाकर मार डाला। उधर मृतक नरेंद्र साहू की पत्नी तारिणी साहू का आरोप है कि आरोपी के साथ एक और व्यक्ति भी शामिल है, जो दुर्ग जिले के जंजगीरी का निवासी है। वह भी इस हत्याकांड में शामिल हो सकता है, और पुलिस को उससे भी पूछताछ करनी चाहिए।

बिना पर्ची के कैसे मिला सायनाइड

उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि बिना डॉक्टर की पर्ची के जहर कैसे ऑनलाइन मिल सकता है। आशंका है कि आरोपी के साथ एक कथित डॉक्टर भी शामिल हो सकता है। पुलिस इस मामले की और गहराई से जांच कर रही है और इस हत्याकांड से जुड़े अन्य पहलुओं का खुलासा करने की कोशिश कर रही है।

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