बिलासपुर। पुलिस ने एटीएम मशीनों में शटर बॉक्स पर विशेष प्रकार की पट्टी चिपकाकर पैसे चुराने वाले शातिर गिरोह को पकड़ लिया है। आरोपियों ने एसबीआई के एटीएम (महाराणा प्रताप चौक, बापजी पार्क और राजकिशोर नगर) में इस तकनीक का उपयोग कर रुपयों की चोरी की थी। ये आरोपी ग्राहक द्वारा पैसे निकालने के बाद उसे शटर में फंसा देते थे और बाद में नोटों की चोरी कर लेते थे।
पुलिस ने इस मामले की सूचना मिलने के बाद तेजी से कार्रवाई करते हुए सीसीटीवी फुटेज और घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट डिजायर कार के माध्यम से आरोपियों को पकड़ा। पकड़े गए आरोपियों में चार लोग शामिल हैं, जो शहर में घूम-घूमकर वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस ने चोरी की राशि, एक कार और तीन पट्टियां जब्त की हैं।
नोट फंसने पर की गई शिकायत
11 जनवरी 2025 को बिलासपुर के बापजी पार्क स्थित एसबीआई एटीएम से आशीष पंकज कुमार ने ₹9,500 निकालने का प्रयास किया। पैसे नहीं निकले लेकिन शटर बॉक्स में सफेद और नीली पट्टी फंसी हुई दिखी। पीड़ित ने तत्काल डायल 112 और एटीएम के टोल फ्री नंबर पर सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला दर्ज किया और जांच शुरू की।
सीसीटीवी से अपराधियों की हुई पहचान
CCTV फुटेज में संदिग्धों को स्विफ्ट डिजायर कार (क्रमांक CG 06 GZ 5129) में देखा गया। पुलिस ने गाड़ी का पता लगाकर पुराना बस स्टैंड, इमलीपारा से आरोपियों को पकड़ लिया।
इस तरह करते थे ATM से चोरी
आरोपी एटीएम के शटर बॉक्स पर चिपकाने वाली पट्टियां लगाकर ग्राहक के जाने का इंतजार करते थे। ग्राहक के पैसे शटर में फंस जाते थे। ग्राहक के जाने के बाद वे पट्टी हटाकर पैसे चुरा लेते थे।
पुलिस ने पकड़े गए अपराधियों से ₹30,000 नकद के अलावा स्विफ्ट डिजायर कार (क्रमांक CG 06 GZ 5129) और नीली-सफेद रंग की पट्टियां जब्त की।
गिरफ्तार आरोपी:
0 निलेश चंद्रवंशी (31), विकास नगर, थाना सिविल लाइन।
0 वीरेंद्र कुमार सूर्यवंशी (38), हेमू नगर, थाना तोरवा।
0 महेंद्र कुमार पटेल (28), दयालपुर, थाना सलिहा।
0 योगेश पटेल (22), दयालपुर, थाना सलिहा।
पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के निर्देशन में एसीसीयू और सिविल लाइन थाना पुलिस की टीम ने मिलकर यह कार्रवाई की। सभी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। पुलिस ने जनता से अपील की है कि एटीएम से पैसे न निकलने की स्थिति में तुरंत बैंक या पुलिस को सूचित करें। एटीएम के आसपास संदिग्ध गतिविधियों पर ध्यान दें।