रायपुर। एक महिला ने स्वयं को जमीन बताकर फर्जी दस्तावेज तैयार किया और करोड़ो रूपये के जमीन की फर्जी रजिस्ट्री करा दी। इस मामले में FIR दर्ज होने के बाद पुलिस ने महिला सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।

जानें क्या है मामला..

शंकर नगर रायपुर निवासी प्रवीण अग्रवाल ने थाना मंदिर हसौद में रिपोर्ट दर्ज कराया था। प्रार्थी तथा उसकी भाभी जिला मुंगेली निवासी पुष्पा सारथी की जमीन मंदिर हसौद माना कैंप रोड पेट्रोल पंप के पास पह.न. पांच की 2 एकड जमीन को खरीदने 13 दिसंबर 24 के दोपहर करीबन 12.30 बजे सौदा किया गया था। जिसका प्रार्थिया एवं उसकी भाभी 20 दिसंबर 24 के शाम करीबन 04.00 बजे नया रायपुर स्थित रजिस्ट्री कार्यालय में रजिस्ट्री कराने पहुंचे थे। रजिस्ट्री प्रार्थिया तथा श्रीमती संगीता अग्रवाल के संयुक्त नाम से दो भाग में किया जाना था। एक रजिस्ट्री खसरा नंबर 1230/2, 1236/1, व 1236/2, कुल रकबा 0.858 हेक्टेयर का 96 लाख रूपये में व दूसरी रजिस्ट्री खसरा नं. 1236/3, 1236/5, 1237/3. 1282/1 कुल रकबा 1.164 हेक्टेयर 01 करोड़ 21 लाख रूपये में होना तय हुआ।

रजिस्ट्री कार्यालय में पहली बार प्रार्थिया से भूस्वामी पुष्पा सारथी के नाम से एक महिला से परिचय हुआ था। वहाँ प्रार्थिया ने पुष्पा सारथी से बात भी किया तो उसने जमीन स्वयं का होना तथा तय किये गये रकम में अपनी सहमति होना बताया था। पहली रजिस्ट्री खसरा नंबर 1230/2, 1236/1, व 1236/2 कुल रकबा 0.858 हेक्टेयर के लिये 96 लाख रूपये के चेक पुष्पा सारथी के नाम से दिये गये। जिसके माध्यम से पुष्पा सारथी ने चैक में उल्लेखित रकम को अपने खाते में स्थानांतरण करा लिया था। एवं दूसरी रजिस्ट्री खसरा नं. 1236/3, 1236/5, 1237/3, 1282/1 कुल रकबा 1.164 हेक्टेयर के लिये 01 करोड़ 21 लाख का चेक दिया गया।

चेक प्राप्त करने के बाद रजिस्ट्री की प्रक्रिया हुई अनुराग श्रीवास्तव और मुरली गजवानी द्वारा विक्रेता श्रीमती पुष्पा सारथी के रूप में जिस महिला का परिचय कराया गया था उसने विक्रेता के रूप में हस्ताक्षर किये तथा क्रेता के रूप में प्रार्थिया एवं उसकी भाभी ने हस्ताक्षर किये। विक्रेता पुष्पा सारथी के रूप में वहीं उपस्थित महिला द्वारा पुष्पा सारथी के नाम का आधार कार्ड, पेन कार्ड भी प्रस्तुत किया था जो रजिस्ट्री में संलग्न है। आधार और पेन कार्ड की फोटो का उस महिला से मिलान भी हो रहा था, इसलिए संदेह का कोई औचित्य नहीं था।

फर्जीवाड़े का हुआ खुलासा

9 जनवरी 2025 को प्रार्थिया को ज्ञात हुआ कि पुष्पा सारथी नाम की कोई महिला नहीं है जिस महिला ने रजिस्ट्री की है वह फर्जी है। जो महिला पुष्पा सारथी के नाम से रजिस्ट्री की है वह फर्जी है उसका असली नाम देवंतीन वर्मा है जो वार्ड क्रमांक 16 सन्यासी पारा गुढियारी मे रहती है। रूकनुद्धीन खान और बीरगांव का सतीश सिन्हा महिला के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज तैयार कर रजिस्ट्री करवाये है। इस प्रकार देवंतीन वर्मा, रूकनुद्धीन खान, सतीश सिन्हा व अन्य लोगो के द्वारा फर्जी दस्तावेज तैयार कर प्रार्थीया से जमीन की बिक्री का रजिस्ट्री कर उसके साथ ठगी किया गया है।

इस मामले में आरोपियों के विरूद्ध मंदिर हसौद में पुलिस ने 318(4), 336(3), 340(2), 338, 3(5) बी.एन.एस. अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू किया। उनके छिपने के हर ठिकानों में रेड करते हुए आरोपी देवंतीन वर्मा, सतीश कुमार सिन्हा तथा रूकनुद्दीन उर्फ रूक्कु को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में तीनों ने फर्जी ऋण पुस्तिका एवं अन्य आवश्यक दस्तावेज बनाकर ठगी करना बताया । उनसे फर्जी रजिस्ट्री पेपर, आधार कार्ड, ऋण पुस्तिका, पासबुक, आधार कार्ड, पैन कार्ड एवं अन्य दस्तावेज जप्त किए गए।

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