0 ठेकेदार के ठिकाने पर प्रशासन का बुलडोजर

बीजापुर। बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या की अब तक की जांच के बाद बस्तर आईजी सुंदर राज ने कहा कि हत्या सुरेश चंद्राकर के बाड़े में हुई है। इससे पहले रितेश चंद्राकर व मुकेश के बीच मोबाइल पर चर्चा हुई थी। रितेश ने फोन करके मुकेश को बुलाया। मुकेश के मुताबिक रितेश व मुकेश के बीच बहस भी हुई थी। यहां रामटेके व रितेश ने मुकेश पर प्राणघातक हमला किया था। मुकेश के सर पर वार किया गया, फिर चाकू से हमला करके उसकी हत्या कर दी गई।

दोनों ने सेप्टिक टैंक में डाला शव

इस वारदात के बाद दोनों ने हत्या की सूचना ठेकेदार सुरेश चंद्रकार को फोन पर दी। इसके बाद दूसरे दिन हत्या करने वाला रितेश बीजापुर से रायपुर होते हुए दिल्ली पंहुचा। रितेश को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। इधर महेंद्र रामटेके एंव दिनेश चंद्राकर को बीजापुर में गिरफ्तार किया गया।

साक्ष्य छुपाने के लिए सेप्टिक टैंक में कांक्रीट काम करने वाले आरोपी सुरेश चंद्रकार के भाई दिनेश द्वारा काम किया गया था, जिसे गिरफ्तार किया गया है। मामले को लेकर एसआईटी का गठन किया गया है और फोरेंसिक टीम भी जांच में लगी हुई है।

इस मामले में मास्टरमाइंड एवं मुख्य आरोपी सुरेश चंद्रकार है, जो अब तक फरार है, उसके लोकेशन को ट्रेस किया जा रहा है और जल्द उसकी गिरफ्तारी होगी।

11 सदस्य एसआईटी टीम कर रही जांच

आईजी ने कहा कि सुरेश चंद्राकर की संपत्ति जब्त होगी। अभी 3 बैंक खाते सील किए गए हैं। पुलिस 3 से 4 सप्ताह के भीतर चालान पेश कर देगी। मुकेश पर स्टील रॉड से हमला किया गया था। घटना के पीछे के कारण पर आईजी ने कहा कि आरोपी से पूछताछ के बाद ही खुलासा किया जावेगा।

वन भूमि पर कब्जे का भी हुआ खुलासा

मुकेश की हत्या के बाद प्रशासन ने आरोपी ठेकेदार के अन्य अवैध कार्यों की जांच शुरू की। गंगालूर मार्ग पर पांच एकड़ वन भूमि पर सुरेश चंद्राकर द्वारा अवैध कब्जा कर निर्माण कार्य किया गया था। प्रशासन ने इसे ध्वस्त कर जंगल भूमि को मुक्त करा लिया है।

मुख्य आरोपी ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के गंगालूर रोड पर स्थित पांच एकड़ वन भूमि पर किए गए अवैध कब्जे को प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई के दौरान वन विभाग के अधिकारी, एसडीएम, और राजस्व विभाग की टीम मौके पर मौजूद रही।

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