0 नोटों के बिछौने पर सोने वाले DEO रजनीकांत प्रवीण, कहां-कहां रही पोस्टिंग और कैसे बन गया धनकुबेर?

पटना। बिहार में बेतिया के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) रजनीकांत प्रवीण के पास से 3 करोड़ रुपए कैश और गहने बरामद किए गए हैं। गुरुवार अलसुबह विजिलेंस की टीम ने 40 सदस्यों के साथ रजनीकांत के 7 ठिकानों पर एक साथ रेड मारी। विजिलेंस की टीम बेतिया में 10 घंटे की छापेमारी के बाद DEO के घर से बाहर निकल गई है।

विभाग ने किया निलंबित, नोटों के बेड पर सोते थे

रजनीकांत प्रवीण को शिक्षा विभाग ने निलंबित किया
उनकी पत्नी के स्कूल में भी विजिलेंस टीम ने छापेमारी की। विजिलेंस टीम ने छापेमारी में रजनीकांत के बेड से 1.87 करोड़ रुपये नकद बरामद किए। इसी बेड पर रजनीकांत सोता था। टीम ने कैश के अलावा सोने-चांदी के आभूषण और कई प्रॉपर्टी के दस्तावेज बरामद किए हैं। माना जा रहा है कि जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ेगी, बरामदगी की सूची लंबी हो सकती है। छापेमारी के बाद शिक्षा विभाग ने रजनीकांत प्रवीण को निलंबित कर दिया है।

 

बेतिया आवास से लेकर ससुराल तक में छापेमारी

DEO रजनीकांत प्रवीण नालंदा के रहने वाले हैं। पत्नी सुषमा शर्मा बगहा, समस्तीपुर और दरभंगा में तीन स्कूल संचालित करती हैं। इन स्कूलों में भी विजिलेंस की टीम जांच कर रही है। साली पूनम शर्मा समस्तीपुर में ही श्रीकृष्णा हाई स्कूल में टीचर हैं। सास निर्मला शर्मा रिटायर्ड टीचर हैं।

रजनीकांत पिछले 3 साल से बेतिया में पोस्टेड हैं। उनका ससुराल समस्तीपुर में है। पिछले 20 सालों की सर्विस के दौरान वे बगहा, मधुबनी और दरभंगा में भी पोस्टेड रहे हैं। इसलिए विजिलेंस टीम ने इन सभी जगहों पर एक साथ छापेमारी की।

इसमें सबसे ज्यादा कैश बेतिया वाले घर से जब्त किए गए हैं। DEO के साथ ही विजिलेंस की टीम बेतिया में DEO ऑफिस के क्लर्क अंजनी कुमार के घर पर भी पहुंची, लेकिन यहां ताला मिला। सभी लोग फरार हैं।

 

नालंदा से हैं रजनीकांत प्रवीण

रजनीकांत प्रवीण मूल रूप से नालंदा जिले के गिरियक प्रखंड स्थित पोखरपुर गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता राधिका रमण शिक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे, जबकि उनके छोटे भाई कुंदन कुमार वर्तमान में बिहार में बीडीओ के पद पर कार्यरत हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि रजनीकांत प्रवीण का पैतृक आवास पिछले 15 सालों से बंद पड़ा है।

15 साल से पैतृक घर नहीं गए

पिछले डेढ़ दशक में रजनीकांत प्रवीण और उनका परिवार शायद ही कभी अपने पैतृक आवास आया हो। वे कभी-कभार पूजा-पाठ के लिए आते थे, लेकिन एक-दो दिन रुकने के बाद लौट जाते थे। उनकी पत्नी डॉ. सुषमा कुमारी के नाम पर एक स्कूल फ्रेंचाइजी होने की बात सामने आई है, जिसकी जांच जारी है। यह फ्रेंचाइजी दरभंगा जिले में स्थित है।

 

पत्नी के स्कूल में भी छापेमारी

विजिलेंस टीम ने डॉ. सुषमा कुमारी के स्कूल में भी छापेमारी की। अब तक की जांच में रजनीकांत प्रवीण और उनकी पत्नी के नाम से कई बैंक खाते, लॉकर और एफडी का पता चला है। उनके बेटे और बेटी के नाम पर भी बड़ी राशि की एफडी मिली हैं। छापेमारी में बरामद आभूषणों की जांच विभागीय स्तर पर की जा रही है।

कहां-कहां पोस्टेड रहे रजनीकांत प्रवीण?

रजनीकांत प्रवीण बिहार राज्य शिक्षा विभाग के 45वें बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने 2005 में सेवा शुरू की और दरभंगा, समस्तीपुर सहित बिहार के विभिन्न जिलों में शिक्षा पदाधिकारी के पद पर कार्य किया। उनकी पत्नी डॉ. सुषमा कुमारी दरभंगा में बिरला ओपन माइंड स्कूल की फ्रेंचाइजी चलाती हैं। पहले वे संविदा शिक्षिका थीं, लेकिन बाद में नौकरी छोड़कर स्कूल की निदेशक बनीं।

मिलती रही है अधिकारी के खिलाफ शिकायतें

DEO रजनीकांत प्रवीण के ऊपर कई शिकायत पड़े हुए थे। कई लोगों ने जिला पदाधिकारी के पास शिकायत भी की थी। उनके खिलाफ यह के शिक्षकों में भी आक्रोश था। ठेकेदारों में भी आक्रोश था कि उनके द्वारा कोई भी ठेका का काम देने के लिए 30% लिया जाता था। तब जाकर उन्हें टेंडर मिलता था। सूत्रों की माने तो उनके दफ्तर में रात्रि 10 से 11:00 तक चहल कदमी रहती थी। पैसे का लेनदेन चलता था।

 

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