रायपुर। अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ दिनेश मिश्र ने काले कम्बल वाले बाबा के तथाकथित शिविर पर रोक लगाने के लिए जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है। कुछ साल पहले इस बाबा के सरगुजा में आयोजित शिविर पर भी रोक लगा दी गई थी, मगर इस बार यह बाबा राजधानी में कैंप लगाकर लोगों का इलाज कर रहा है।
डॉ मिश्र ने पत्र लिखकर प्रशासन को जानकारी दी है कि पिछले कुछ समय से अहमदाबाद (गुजरात) के रहने वाले गणेश यादव, जो कि स्वयं को कम्बल वाले बाबा के नाम से प्रचारित करता है तथा अपने कम्बल को मरीजों को ढांकने से, झाड़-फूंक करने से, मनुष्यों की बीमारियों को ठीक करने की बात प्रचारित करता है, तथा वह अनेक स्थानों पर ऐसे शिविरों का आयोजन करता है। इस प्रकार के शिविर संदेहास्पद हैं।
‘मर्ज का इस तरह नहीं हो सकता इलाज’
डॉ मिश्र ने कहा है कि चिकित्सा विज्ञान इस प्रकार के दावों को सत्य नहीं मानता तथा विज्ञान के अनुसार भी किसी भी बीमारी का उपचार इस प्रकार कम्बल ओढ़ाने, विवित्र प्रकार से झाडफूंक करने, हाथ-पैर मोड़ने, पटकने, धक्का देने से संभव नहीं है और न ही इस प्रणाली को चिकित्सा विज्ञान ने मान्यता दी है। इस प्रकार के उपचारों से अशिक्षित और ग्रामीण अंचल के ऐसे लोग जो स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हैं, अपने उपचार के लिए चले जाते हैं, जो स्वास्थ्य एवं मानसिक रूप से ठगे जाते हैं। और वैसे भी ठंड के मौसम में प्रकार पीड़ितों का मजमा लगा कर उपचार करने की बात अनैतिक व हास्यास्पद भी है।
सरगुजा में लगे कैंप को कराया गया था बंद
अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने इससे पूर्व 2018 में इसी कम्बल वाले बाबा का सरगुजा क्षेत्र में लगाया जा रहा कैंप बंद करवाया था। समिति ने जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की थी। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने बाबा के कैंप को बंद करवा दिया था। तब काफी बवाल भी मचा था। दरअसल कुछ राजनेता भी इस कथित बाबा के समर्थन में आ गए थे। हालांकि प्रशासन ने कड़ा रुख दिखाते हुए स्वस्थ्य विभाग के जरिये बाबा के स्वास्थ्य कैंप को बंद करवा दिया था।
कम्बल ओढ़ाकर पता लगाते हैं बीमारी का..!
बता दें कि कथित काले कम्बल वाले बाबा का कैंप इन दिनों पचपेड़ी नाका रायपुर के नाकोड़ा जैन भवन में चल रहा है। इसके पॉम्पलेट्स जगह-जगह बंट रहे हैं। इसमें छपे एक नंबर पर फोन करके पूछा गया तो रिसीवर ने बताया कि बाबा मरीज को कम्बल ओढ़ाते हैं, और उसके नस से मर्ज का पता लगते हैं और इलाज करते है। साथ ही यह भी बताया गया कि बाबा मरीज को कुछ दवाइयां भी देते हैं।
‘कार्यवाही का दिया है निर्देश’
अंध श्रद्धा निर्मूलन समिति ने दो दिन पहले इस कथित बाबा के कैंप की शिकायत कलेक्टर और मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (CMHO) से कर दी थी मगर समाचार लिखे जाने तक कोई भी कार्यवाही नहीं की गई है। इस संबंध में CMHO डॉ मिथिलेश चौधरी ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली है और उन्होंने अपने अमले को कार्यवाही के लिए निर्देश जारी कर दिया है। जल्द ही इस बारे में उन्हें रिपोर्ट मिल जाएगी।