महासमुंद। महतारी वंदन योजना में आये दिन नए घोटाले रहे हैं। इस बार महासमुंद जिले में यह मामला उजागर हुआ है। यहां कलेक्टर के निर्देश पर महतारी वंदन योजना का अनुचित लाभ ले रही शिक्षिका पर एफआईआर दर्ज किया गया है। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने कल रात उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई है। वहीं इस मामले में गलत तरीके से फर्जी दस्तावेज बनाकर लाभ दिलाने के मामले में शिक्षिका के पति घोड़ारी सचिव को जिला पंचायत सीईओ एस. आलोक ने निलंबित कर दिया है।

जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत घोड़ारी के सचिव रमाकांत गोस्वामी द्वारा अपनी पत्नी नीलम गोस्वामी, जो कि शिक्षक है, के नाम पर महतारी वंदन योजना का फार्म गलत जानकारी देकर भरा गया एवं अनैतिक तरीके से उनकी पत्नी जो कि ग्राम केशवा में पदस्थ है, के खाते में राशि प्राप्त किया गया है। किसी भी शासकीय सेवक को गलत जानकारी देकर अनुचित लाभ प्राप्त करना शासकीय नियमों के विपरीत है।

कलेक्टर विनय लंगेह ने इसे गंभीरता से लेते हुए कहा कि शासन की यह महत्वपूर्ण योजना है, पात्र हितग्राहियों के अलावा जो भी इसका अनुचित तरीके से लाभ लेने का प्रयास करेंगे, उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि जो पात्र हितग्राही है, उसे ही लाभ मिलना सुनिश्चित हो, जो भी अनुचित तरीके से लाभ ले रहे हैं, उन पर सख्त कारवाई की जाएगी। ज्ञात है कि कल जिला पंचायत सीईओ द्वारा ग्राम पंचायत के सचिव रमाकांत गोस्वामी के उक्त कृत्य के कारण निलंबित किया गया है।

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