राजनांदगांव। आरक्षक भर्ती में गड़बड़ी में संलिप्त 6 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें चार आरक्षक भी हैं। यह कार्रवाई तब की गई जब बीती रत भर्ती प्रक्रिया में शामिल एक आरक्षक ने आत्महत्या कर ली।
हैदराबाद की कंपनी के भी 2 अरेस्ट
गिरफ्तार लोगों में दो हैदराबाद की सलाहकार कंपनी के कर्मचारी भी हैं जिनका भर्ती प्रक्रिया में सहयोग लिया जा रहा था।
DSP के FIR के बाद शुरू हुई जांच
बीते दिनों राजनांदगांव में आरक्षक भर्ती प्रक्रिया के दौरान कुछ के अंक बढ़ा दिए जाने का खुलासा होने के बाद प्रक्रिया का प्रभार देख रहीं DSP ने FIR दर्ज करा दी, जिसके बाद SP के निर्देश पर जांच प्रक्रिया शुरू की गई। इस दौरान आरक्षक भर्ती में लेन-देन की पुष्टि के बाद चार आरक्षकों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें तीन महिला आरक्षक भी हैं।
एक आरक्षक की आत्महत्या के बाद…
इस भर्ती परीक्षा में कथित रूप से संलिप्त एक आरक्षक अनिल रत्नाकर ने फांसी लगाकर जान दे दी। इसके बाद से तनाव का माहौल बन गया है, क्योंकि आरक्षक ने अपने हाथ में सुसडे नोट लिखा है उसमें उसने गड़बड़ी में अधिकारियों के शामिल होने की ओर इशारा किया है।
मृतक आरक्षक ने अपने हाथ में लिखा था कि सिर्फ कर्मचारियों को फंसाया जा रहा है। जबकि अधिकारी भी संलिप्त हैं। आईजी दीपक झा सीधे तौर जांच पर नजर रखे हुए हैं, और सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
यह पता चला है कि शारीरिक परीक्षा में विफल कई अभ्यर्थियों को अच्छे अंक दे दिए गए थे जिन आरक्षकों को गिरफ्तार किया गया है। उनके अभ्यर्थियों के लेन-देन के पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। आने वाले समय में कुछ अफसरों पर भी गाज गिर सकती है।
गिरफ्तार हुए आरक्षकों में परिधि निषाद, योगेश कुमार धुर्वे, पवन कुमार साहू, नुतेश्वरी धुर्वे, धर्मराज मरकाम और पुष्पा चंद्रवशी हैं।