राजनांदगांव। shaadi.com पर फेक प्रोफाइल बनाकर युवती से 15 लाख 72 हजार की ऑनलाइन ठगी करने के मामले में एक विदेशी नाइजीरियन आरोपी को पुलिस ने दिल्ली से गिरफ्तार किया है। वीजा और पासपोर्ट की वैधता समाप्त होने के बाद भी आरोपी दिल्ली में अवैधानिक तरीके से रह रहा था। ऑनलाइन तरीके से आरोपी ने ठगी की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और जांच की जा रही है।
रिश्ता ढूंढना पड़ गया महंगा
यह पूरा मामला राजनांदगावं जिले के डोंगरगांव थाना क्षेत्र का हैं। एडिशनल एसपी राहुल देव ने ठगी के इस सनसनीखेज वारदात का खुलासा किया। उन्होने बताया कि 29 जुलाई को पुलिस में रिपोर्ट दर्ज की गई थी। रिपोर्ट में पीड़िता ने बताया कि Shadi.com की प्रोफाईल आईडी पर आलोक देशपांडे नाम से एक शख्स ने उससे बात की थी। विवाह के संबंध में बात कर उसने खुद को यूनाईटेड किंगडम मे कार्यरत होना बताया और जल्द ही भारत वापस लौटकर प्रार्थिया से शादी कर घर बसाने की बात कही गयी थी। विदेश में नौकरी और प्रोफाइल में भारतीय नौजवान की फोटो देखकर पीड़ित लड़की झांसे में आ गयी।
विदेशी मुद्रा के बहाने लिया झांसे में
इसी बीच 11 जुलाई 2024 को प्रार्थिया के पास एक अनजान महिला द्वारा फोन कर बताया गया कि आलोक देशपांडे भारत में दिल्ली एयर पोर्ट में विदेशी मुद्रा के साथ आये हैं। उस मुद्रा को भारतीय मुद्रा मे एक्सचेंज करने के लिये प्रक्रिया के तहत फीस जमा करनी होगी। उसी दौरान अज्ञात आरोपी आलोक देशपांडे ने भी लड़की को कॉल किया और पैसों की अर्जेन्ट जरूरत होने की बात कहकर इमोशनल ब्लेकमेल करने लगा। लड़की शातिर ठग के झांसे में आ गयी। इसके बाद उसने अलग-अलग बैंक खातों में कई किश्तों में कुल 15 लाख 72 हजार रूपये लड़की से डलवा कर ठगी कर लिया। इसके साथ ही पैसा लेने के बाद ठगों ने घटना मे प्रयुक्त सभी मोबाइल को बंद कर दिया। लड़की को ठगी का अहसास होने पर उसने इस घटना की रिपोर्ट थाने में दर्ज करायी थी।
विदेशी युवक निकला ठग
इस मामले की जानकारी मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राहुल देव शर्मा ने थाना प्रभारी उपेंद्र शाह और साइबर प्रभारी विनय पमार को जांच की जिम्मेदारी सौंपी। साइबर सेल की मदद से आरोपी के दिल्ली के तिलक नगर में छिपे होने की जानकारी मिली।
पुलिस ने रेड कार्रवाई करते हुए 12 दिसंबर को आरोपी नाइजीरियाई नागरिक जॉनसन सैमुअल को गिरफ्तार किया। उसे तीस हजारी कोर्ट, नई दिल्ली में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर राजनांदगांव लाया गया।
भारतीय महिला का लिया सहयोग
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अपनी भारतीय महिला सहयोगी के साथ मिलकर ठगी करता था। महिला सहयोगी उसे फर्जी बैंक खाते और सिम कार्ड उपलब्ध कराती थी। आरोपी के पास से ठगी में इस्तेमाल किए गए एक लैपटॉप, चार एंड्रॉइड मोबाइल और पासपोर्ट जब्त किए गए।
कई महिलाओं को लगाया चूना
जांच में पता चला कि उसका वीजा और पासपोर्ट 2022 में ही समाप्त हो चुका था, फिर भी वह अवैध रूप से दिल्ली में रह रहा था। आरोपी ने कई महिलाओं को ठगी का शिकार बनाया और ठगी की रकम नाइजीरिया ट्रांसफर की।
आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाला जा रहा है। उसने खुलासा किया कि वह नाइजीरिया में अपने चार बच्चों (तीन लड़कियां और एक लड़का) का पालन-पोषण कर रहा है। उसकी पत्नी का निधन हो चुका है।