बलौदाबाजार। जिले के लवन क्षेत्र के कोर्दा के जंगल में विचरण कर आसपास के गांवों में दहशत बने बाघ को वन अमले ने पकड़ लिया है। दोपहर के वक्त उसे कसडोल के पास चौहान पेट्रोल पंप के पीछे ट्रेंकुलाइज (बेहोश) कर पकड़ा गया। उसे अचानकमार अथवा गुरू घासीदास टाइगर रिजर्व में छोड़ने की तैयारी है।

यहां इलाज और कॉलर आईडी लगाने के बाद वापस जंगल में छोड़े जाने की चर्चा है। एक्सपर्ट के मुताबिक यह फुल ग्रोथ बाघ है। इसके बारे में बताया गया है कि यह करीब 20 किमी का सफर तय कर पहुंचा था।

रेस्क्यू टीम रख रही थी हर मूवमेंट पर नजर

वन विभाग की रेस्क्यू टीम बाघ के हर मूवमेंट पर नजर रख रही थी और लोगों को उसे छेड़ने से मना कर रही थी। वहीं आज सुबह से ही टीम उसे पकडऩे की कवायद कर रही थी। टीम को कुछ देर पहले सफलता मिली और बाघ को टेक्युलाईजर से निश्चेत कर पकड़ लिया गया। वन विभाग बाघ को सुरक्षित स्थान पर छोड़ने की तैयारी कर रही है। राजधानी से भी वन विभाग के आला अधिकारी कसडोल पहुंचे हैं, जिसमें मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी सतोविशा समाजदार शामिल हैं।

बाघ को संरक्षित क्षेत्र में छोड़ा जाएगा

वनमंडलाधिकारी बलौदाबाजार मयंक अग्रवाल ने बताया कि बाघ विगत पांच छह माह से बार नवापारा अभ्यारण्य में घूम रहा था। कल उसे लवन क्षेत्र के ग्राम कोरदा में देखा गया। आज कसडोल के पारस नगर गोरदा क्षेत्र में देखा गया। इसके बाद हमारी रेस्क्यू टीम ने उसे पकड़ लिया है। उच्चाधिकारियों का जैसा निर्देश होगा उसे संरक्षित क्षेत्र में छोड़ा जाएगा। बाघ के पकड़े जाने के बाद अब कसडोल पारस नगर क्षेत्रवासियों ने राहत की सांस ली है।

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