सूरजपुर। सूरजपुर में हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी की हत्या अकेले कुलदीप साहू ने नहीं की थी, बल्कि उसके चार और साथी भी इस वारदात में सहभागी थे। पुलिस ने हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी की हत्या मामले में मुख्य आरोपी कुलदीप साहू सहित पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमे आर्यन विश्वकर्मा उर्फ गोल्डी, फुल सिंह उर्फ रिंकू, सीके उर्फ चंद्रकांत चौधरी और सूरज साहू शामिल हैं। इनमे इनमें सूरजपुर के एनएसयूआई अध्यक्ष चंद्रकांत चौधरी का नाम सबसे चौंकाने वाला रहा।

बता दें कि NSUI के जिलाध्यक्ष सीके चौधरी ने एक दिन पहले ही कुलदीप साहू को लेकर वीडियो जारी किया था। इसमें उसने कहा था कि कुलदीप NSUI के किसी पद पर नहीं है। उसे भाजपा सरकार जबरदस्ती शामिल कर रही है। चौधरी ने कहा था कि जो अपराधी है, उसके विरोध में खड़ा रहूंगा।

सब्जी काटने वाले चाकू से की हत्या

IG अंकित गर्ग ने बताया कि हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख की हत्या की नियत से आरोपी कुलदीप साहू, सीके चौधरी और रिंकू सिंह उसके घर गए थे, मगर वे घर पर नहीं थे। यहां हेड कॉन्स्टेबल की पत्नी और बेटी की सब्जी काटने वाले चाकू से हत्या की गई। दोनों के शरीर पर चाकू से कई वार किए जाने के निशान मिले हैं।

 

उन्होंने बताया कि एक आरोपी सूरज साहू बाकी सभी आरोपियों को भगाने में शामिल था। एक अन्य आरोपी गोल्डी हत्या के पहले कॉन्स्टेबल पर गर्म तेल फेंकने और पुलिसकर्मियों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश में शामिल था। उन्होंने कहा कि, जांच अभी प्राथमिक स्तर पर है। इसके चलते आरोपियों को रिमांड पर लिया जायेगा।

आरक्षक पर खौलता हुआ तेल फेंका था

आईजी ने बताया कि आदतन अपराधी कुलदीप साहू की एक पुलिसकर्मी से बहस हुई थी। इसके बाद कुलदीप ने आरक्षक पर खौलता हुआ तेल फेंक दिया था। इसके बाद उसे इलाज के लिए अंबिकापुर रेफर किया गया। मामले की जानकारी मिलने के बाद कुलदीप के खिलाफ अपराध दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की गई।

पुलिस के संरक्षण की होगी जांच

आईजी ने बताया कि कुछ जानकारी मिली है कि थाने से मुख्य आरोपी को संरक्षण मिला हुआ था, इसके लिए जांच टीम का गठन किया गया है। एक एडिश्नल और एक डीएसपी के नेतृत्व में जांच टीम का गठन किया गया है। जो मुख्य आरोपी और पुलिसकर्मियों के संरक्षण की जांच करेगी। आईजी ने बताया कि जांच में कोरिया जिले के एडिश्नल एसपी और कुसमी के एसडीओपी को शामिल किया गया है। जांच रिपोर्ट के बाद जो भी जरूरी कदम होंगे, वो उठाये जायेंगे।

अलीशान बंगले पर चलेगा बुलडोजर

इसके साथ ही प्रशासन ने कुलदीप साहू के आलीशान घरों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी की है। उसके मकान को अवैध निर्माण बताते हुए नोटिस चस्पा कर दिया गया है। रविवार की रात आदतन बदमाश कुलदीप साहू ने हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख के घर में घुसकर उसकी पत्नी मेहनाज तालिब और मासूम बेटी आलिया की हत्या कर दी थी। हत्या के बाद वह भागकर झारखंड चला गया था।गढ़वा से अंबिकापुर आते समय उसे बलरामपुर थाने के सामने बलरामपुर एसपी बैंकर वैभव की टीम ने हिरासत में ले लिया। उसे कड़ी सुरक्षा के बीच सूरजपुर लाया गया। नगर पालिका सूरजपुर के सीएमओ प्रभाकर शुक्ला ने वार्ड क्रमांक 13, मानपुर मोहल्ले में हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप साहू के पिता अशोक साहू के नाम पर निर्मित आलीशान बहुमंजिला भवन को अवैध निर्माण बताया है। घर में नोटिस चस्पा कर दिया है।

नोटिस में निर्माण को अवैध बताते हुए कब्जा तत्काल हटा लेने कहा गया है। हालांकि कब्जा हटाने की मोहलत, नोटिस में मेंशन नहीं है। नियमानुसार अवैध कब्जा हटाने के पहले निकायों को तीन नोटिस जारी करना होता है। कहा जा रहा है कि आलीशान घरों में बुलडोजर कार्रवाई की तैयारी तेज कर दी गई है।

कुलदीप साहू के पिता अशोक साहू का मानपुर के अतिरिक्त बस स्टैंड के पीछे और कब्रिस्तान के पास भी मकान है। कब्रिस्तान के पास के मकान को किराए पर दिया गया था, जिसे प्रशासन ने सोमवार को खाली करा दिया है।

एनकाउंटर के डर से लौट रहा था वापस

हत्याकांड के बाद फरार कुलदीप साहू को पुलिस लगातार ट्रैक कर रही थी। इसमें महत्वपूर्ण भूमिका बलरामपुर एसपी वैभव बैंकर की रही। हत्याकांड के बाद पुलिस लगातार छापे मार रही थी। कुलदीप साहू को इससे एनकाउंटर का डर सताने लगा था। वह झारखंड भागने में सफल होने के बाद वापस अंबिकापुर आ रहा था।

बताया जा रहा है कि एनकाउंटर के डर से कुलदीप साहू की योजना अंबिकापुर कोर्ट में सरेंडर करने की थी, लेकिन बलरामपुर एसपी की टीम ने फोन लोकेशन के आधार पर बलरामपुर में बस को रोककर दबोच लिया।

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