दुर्ग। प्रदेश के दुर्ग जिले से इस बार भी बड़ी खबर सामने आयी है, जिसमें जेल के अंदर विचाराधीन बंदी से जेल में ही बंद बदमाशों ने लाखों रुपये की रंगदारी वसूल ली। बदमाशों ने धमकी दी थी, अगर उसे पैसा नहीं दिया गया, वो उसकी जान ले लेगा। इस मामले की शिकायत के बाद पुलिस ने एक महिला समेत 4 लोगों के खिलाफ जुर्म दर्ज किया है।

यह मामला दुर्ग के सेंट्रल जेल के अंदर का है। आरोपियों ने धमकी देकर अब तक 8 लाख की वसूली की है। भिलाई के सुपेला थाना में पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ नामजद मामला दर्ज कराया है। वहीं पुलिस आरोपियों का लिंक ढूंढने में जुटी हुई है। दुर्ग के एडिश्नल एसपी सुखनंदन राठौर ने बताया कि दुर्ग जेल के अंदर रहकर रंगदारी वसूलने वाले अपराधी सहित उसके सहयोगियों पर सुपेला पुलिस ने अपराध दर्ज किया गया है।

इस तरह की रंगदारी की वसूली

ASP सुखनंदन राठौर ने बताया कि सुपेला के रहने वाले अभिषेक पांडेय ने लिखित में शिकायत दर्ज कराई थी। अभिषेक ने बताया कि उसका भाई लोकेश पाण्डेय थाना छावनी में घटित हत्या के मामले में विगत दो साल से विचाराधीन बंदी के रूप मे जेल मे बंद है।केन्द्रीय कारागार दुर्ग मे ही सजायाफ्ता अपराधी रवि विठ्ठल, जो कि नवीन जेल खण्ड-01, बैरक-04 में हत्या के आरोप में विगत 07 साल से सजा काट रहा है। रवि विठ्ठल द्वारा अपने सहयोगी विशाल सोनी उर्फ उड़िया को काल कर उसे (अभिषेक पांडेय) कॉन्फ्रेंस मे लेकर काल करता है एवं पैसे की मांग करता है। वह उसे कॉल करके धमकी देकर अवैध रूप से पैसों की मांग करता है और पैसा नहीं देने की दशा में मेरे बड़े भाई विचाराधीन बंदी लोकेश पाण्डेय को जेल में जान से खत्म कर देने की भी धमकी देता है। अभिषेक के मुताबिक रवि विट्ठल उसके भाई को जेल में मानसिक एवं शारीरिक रूप से बहुत अधिक प्रताड़ित भी कर रहा है।

पेशी के दौरान बुलाये रूपये लेकर

अभिषेक पांडेय ने बताया कि मेरे द्वारा अपराधी रवि विठ्ठल की उक्त धमकियों से डरकर एवं मुझे अपने भाई लोकेश पाण्डेय के जान को खतरा महसूस करके हर बार रूपये दिए गए। उसने बताया कि 19 जुलाई 2023 को रवि विठ्ठल की दुर्ग न्यायालय में प्रकरण की पेशी थी उस दिन भी रवि विठ्ठल ने मुझको मोबाईल से फोन करके धमकी देकर दुर्ग न्यायालय में बुलाया था। उस दिन रवि विठ्ठल की पत्नी एवं बच्चे उससे दुर्ग न्यायालय में मिलने आये थे। उस दिन भी मेरे द्वारा रवि विठ्ठल के कहने पर न्यायालय परिसर में विशाल उड़िया को नगद 5,00,000/- रूपये, अक्षरी पांच लाख रूपये दिया गया, जिसे विशाल सोनी ने रवि विठ्ठल की मां गुरमीत कौर और उसके भाई परबदीप को सौंप दिया गया, जिसकी न्यायालय परिसर में लगे सी.सी. कैमरा फुटेज से सत्यता का पता लगाया जा सकता है।

बेटी के जन्मदिन पर भी नहीं छोड़ा

अभिषेक पांडेय ने बताया कि 11 जुलाई 2023 को अपराधी रवि विठ्ठल की पुत्री का जन्मदिन था, तब भी रवि विठ्ठल ने विशाल उडिया के माध्यम से कॉन्फ्रेंस में लेकर उससे गिफ्ट के लिए जेवर की मांग की गई। तब अभिषेक ने आभूषण सोने की चैन एवं लॉकेट आकाश गंगा सुपेला, भिलाई से कुल 22,800/- रूपये में खरीद कर रवि विठ्ठल के दोस्त विशाल उड़िया को चंद्रा मौर्या टाकिज ओव्हर ब्रिज के नीचे सुपेला के पास दिया था।

पीड़ित अभिषेक पांडेय के मुताबिक अपराधी रवि विठ्ठल के द्वारा विशाल उडिया के माध्यम से नगद 5,00,000/- रूपये तथा ऑन लाईन ट्राजेक्शन के जरिये 2,95,000/- रूपये विशाल उड़िया, जिसका सिम महेश्वरी बघेल के नाम पर है, को दे चुका है। इस प्रकार वह रवि विठ्ठल को उसकी अवैधानिक तरीके से रकम की मांग करने पर कुल 7,95,000/- रूपया दे चुका है।

‘जेल में चलता है मेरा राज’

अभिषेक पांडेय से 8 लाख रूपये की रंगदारी वसूलने के बाद भी रवि विट्ठल लगातार धमकी देकर और रकम की मांग कर रहा है और कहता है कि मैं 07 वर्षों से केन्द्रीय जेल दुर्ग में बंद हूं और सजा काट रहा हूं, आज तक मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ पाया है। मैं जेल में बैठे बैठे ही अपने व्यवसाय को संचालित कर रहा हूं क्योंकि जेल में सभी लोगों एवं जेल अधिकारियों से मेरी अच्छी जान पहचान है। रवि विठ्ठल यह भी कहता है कि मैं जेल में गांजा सप्लाई करता हूं, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। जेल में भी मेरी अच्छा आमदनी हो रही है। मेरे पास चौबीसों घंटे मोबाईल रहता है। मैं जब चाहू तब मोबाईल का उपयोग दिन हो या रात हमेशा करते रहता हूं, और मेरा बाहरी दुनिया से संपर्क बना रहता है।

‘भाई को अब भी कर रहे हैं प्रताड़ित’

अभिषेक का कहना है कि रवि विठ्ठल केन्द्रीय जेल के अंदर उसके भाई लोकेश पाण्डेय को बहुत ज्यादा मानसिक एवं शारीरिक रूप से प्रताड़ित कर रहा है। दिनांक 18 जुलाई को वह अपने भाई से मुलाकात करने केन्द्रीय जेल दुर्ग गया हुआ था तब उसने उक्त सभी परेशानियों एवं प्रताड़ना के बारे में बताया था। प्रताड़ना के चलते बीमार लोकेश पिछले 25 दिनों से जेल के हॉस्पिटल में एडमिट था। बाद में स्वास्थ्य ज्यादा खराब होने पर उसे जिला चिकित्सालय दुर्ग में भी 04 दिन के लिये भर्ती कराया गया था। उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं चल रही है तथा उसका डिप्रेशन (अवसाद) का इलाज चल रहा है।

रंगदारी वसूली का नेटवर्क खंगालने में जुटी पुलिस

अभिषेक पांडेय की लिखित शिकायत के बाद पुलिस ने पतासाजी की, तो जानकारी सही पाई गई। फिर इस मामले में भिलाई के सुपेला थाने की पुलिस ने रवि विट्ठल और विशाल सोनी उर्फ उड़िया के साथ ही परबदीप सिह उर्फ मन्नू और श्रीमती गुरमीत कौर के खिलाफ धारा 384, 506, 34 के तहत अपराध दर्ज किया है। पुलिस फिलहाल इस बात का पता लगा रही है कि आखिर जेल में बन्द रवि विट्ठल और विशाल सोनी किसके जरिए अभिषेक तक वसूली का यह संदेश पहुंचाते थे, क्या सबसे चुस्त सुरक्षा वाली 7 लेयर प्रोटेक्शन वाली जेल के अंदर भी मोबाइल का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है। यह फिलहाल जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था नीति पर एक बड़ा सवाल है।

जेलों में रंगदारी आम बात, मगर…

जेल के सूत्र बताते हैं कि जेलों में इस तरह की रंगदारी अमूमन होती ही रहती है। जेल के स्टाफ से मिलीभगत कर अपराधी यहां बंद विचाराधीन कैदियों से रंगदारी की वसूली के लिए उनके परिजनों को धमकाते हैं। हालांकि जिस तरह लाखों रुपयों की वसूली कर ली गई, इतनी बड़ी रकम की उगाही का मामला पहली बार सामने आया है। जेल में बंद कैदी अक्सर जेल के अधिकारियों का नाम लेकर वसूली करते हैं। चूंकि इसमें मिलीभगत होती है, इसलिए ऐसे मामले जेल की चहारदीवारी से बाहर नहीं आ पाते, मगर लाखों रूपये गवां चुके अभिषेक पांडेय ने हिम्मत करके इस मामले को सामने लाया है। अब देखना यह है कि पुलिस कब तक रंगदारी के इस नेटवर्क का खुलासा करती है और क्या इस तरह के खुलासे से जेलों में व्याप्त रंगदारी के चलन पर रोक लग सकेगा।

 

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