रायपुर। छत्तीसगढ़ की पुलिस एक दिन पहले ही कुख्यात गैंगस्टर अमन साहू को रिमांड पर लेकर रायपुर पहुंची है। अब तक की पूछताछ में गैंगस्टर अमन साहू ने कई खुलासे किये हैं। उसने पुलिस को बताया कि उसके गैंग के सदस्य एक लंबे समय से रायपुर और आसपास सक्रिय रहे हैं।

बता दें कि गंज पुलिस ने कल अमन साव को पूछताछ के लिए पांच दिन की रिमांड पर लिया है। बीते 40 घंटे की पूछताछ में अमन के हवाले से पुलिस सूत्रों ने बताया कि उसके गैंग के छत्तीसगढ़ के कई औद्योगिक घराने निशाने पर थे। लॉरेंस विश्नोई गैंग से संबंध होने का हवाला देकर अवैध लेवी के लिए कई औद्योगिक घरानों के मालिकों के मोबाइल पर व्हाट्सएप और फेसटाइम कॉल समेत टेक्स्ट मैसेज किए गए थे। खासकर वे उद्योगपति जिनका कच्चा माल लौह अयस्क, कोयला झारखण्ड बिहार के खदानों से आता था। इन पर दहशत बना कर रंगदारी वसूलने के लिए ही अमन साव ने अपने गुर्गों से तेलीबांधा स्थित पीआरए समूह के दफ्तर के बाहर फायरिंग करवाया था।

वारदात के बाद भी अमन साव गैंग के गुर्गे रायपुर आसपास सक्रिय थे। इनकी धमकियों और शूट आउट के बाद अमन साव और शूटरों पर रायपुर में तीन मामले दर्ज किए गए थे। इनमें गंज थाने के अग्रसेन चौक, तेलीबांधा और सिविल लाइंस थाने में दर्ज हैं। अग्रसेन चौक पर एक कारोबारी की कार पर फायरिंग करने से ठीक पहले उसका शूटर और गैंग पुलिस के हत्थे चढ़ गया था। दूसरा केस पीआरए कंस्ट्रक्शन तेलीबांधा का है, जिसमें अमन-लारेंस गैंग के शूटर्स ने कारोबारी की कार पर गोलियां चलाई थीं।

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