रायपुर/बिलासपुर। राज्य शासन के निर्देश पर प्रदेश के कई शहरों में अवैध तरीके से कॉलोनी बसाने वाले जमीन माफियाओं पर जिला प्रशासन ने नकेल कसना शुरू कर दिया है। इसी कड़ी में राजधानी रायपुर और बिलासपुर में अवैध प्लॉटिंग पर बुलडोजर चलाया गया। कलेक्टर और निगम आयुक्त के कड़े दिशा-निर्देश पर तोड़ू दस्ते लगातार कार्रवाई में जुटे हुए हैं।
5 एकड़ भूमि पर की गई थी अवैध प्लॉटिंग
रायपुर के नगर निगम जोन 10 के वार्ड 53 के देवपुरी में 2 भिन्न स्थानों में लगभग 5 एकड़ निजी भूमि पर की जा रही अवैध प्लाटिंग पर अवैध सीसी मुरुम रोड को काटकर तत्काल कारगर रोक लगाई गई। नगर पालिक निगम रायपुर के आयुक्त अबिनाश मिश्रा के आदेशानुसार नगर निगम जोन क्रमांक 10 की टीम द्वारा जोन कमिश्नर राकेश शर्मा के नेतृत्व एवं कार्यपालन अभियंता दिनेश सिन्हा, सहायक अभियंता योगेश यदु सहित संबंधित अधिकारियों की मौजूदगी में अभियान चलाकर जोन 10 के बाबू जगजीवनराम वार्ड नम्बर 53 के तहत देवपुरी में कुर्सी फैक्ट्री के पीछे माइल स्टोन च्वाईस सेंटर के पास और वर्धमान नगर जाने वाले मार्ग की ओर दो भिन्न स्थानों में लगभग 5 एकड़ निजी भूमि पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा की जा रही अवैध प्लाटिंग कर बनाई गयी अवैध सी सी मुरुम रोड को थ्री डी मशीन की सहायता से काटकर वहां जाने का मार्ग बाधित कर तत्काल रोक लगाई गयी है।
आरोपियों की तलाश के बाद होगा FIR
जोन 10 जोन कमिश्नर ने इस मामले में नायब तहसीलदार रायपुर को पत्र लिखकर उक्त दो भिन्न स्थानों के भूमि स्वामियों की जानकारी शीघ्र निगम जोन 10 नगर निवेश विभाग में भिजवाने का अनुरोध किया है। तहसील कार्यालय से जानकारी आते ही नगर निगम जोन 10 नगर निवेश विभाग द्वारा निर्देशानुसार संबंधित अवैध प्लाटिंगकर्ताओं के विरुद्ध पुलिस थाना में नियमानुसार कानूनी कार्यवाही हेतु नामजद FIR दर्ज करवाने की कार्यवाही की जाएगी।
अवैध कॉलोनी के निर्माण को ढहाया
उधर बिलासपुर नगर निगम ने अवैध प्लाटिंग के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए शहर में अवैध रूप से बनाई गई सड़कों, नालियों और बाउंड्रीवाल को तोड़ दिया। यह कार्रवाई निगम कमिश्नर अमित कुमार के निर्देश पर की गई।
नगर निगम क्षेत्र के अंतर्गत मोपका, बहतराई और बिजौर में अवैध कॉलोनी निर्माण और प्लाटिंग का काम चल रहा था, जिस पर निगम का बुलडोजर चलाया गया। यहां सुनील कुमार सोनकर द्वारा बहतराई स्थित भूमि खसरा नंबर 180/1 को अवैध रूप से 5 टुकड़ों में विभाजित कर प्लाटिंग की जा रही थी। निगम ने इस जमीन पर बनाई गई कच्ची सड़कों और सीसी नालियों को हटा दिया। जांच में पाया गया कि इस खसरे को विभिन्न टुकड़ों में बेचा जा रहा था, जिसकी रजिस्ट्री पर रोक लगाने के लिए उप-पंजीयक बिलासपुर को पत्र भेजा गया है।
इसके अलावा, ग्राम बहतराई में शासकीय भूमि खसरा नंबर 501/1 और 53/1 पर अवैध रूप से बनाई गई सड़कों को भी हटाया गया। ग्राम मोपका में जायसवाल परिवार के नाम दर्ज जमीन पर बनाई गई कच्ची सड़क को भी हटाया गया और रजिस्ट्री पर रोक के लिए पत्र प्रेषित किया गया। इसी प्रकार, खसरा नंबर 35/7 और 36/2 पर राघवेन्द्र कौशिक द्वारा अवैध प्लाटिंग कर बनाई गई सड़क को भी हटाया गया।
इन सभी संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ भविष्य में प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया की जाएगी। इस कार्रवाई में तहसीलदार मुकेश देवांगन, नायब तहसीलदार सिध्दी गबेल, भवन अधिकारी सुरेश शर्मा, जोन आयुक्त प्रवीण शर्मा, और अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ की जा रही इस तरह की कार्रवाई के चलते जमीनों की दलाली करने वालों और बिल्डर्स के बीच हड़कंप मचा हुआ है। जिला प्रशासन और निगम में मिल रही शिकायतों की जांच के बाद इस तरह की कार्रवाई की जा रही है। जिम्मेदार अधिकारीयों का कहना है कि आगे इस तरह की बुलडोजर कार्रवाई में और भी तेजी आएगी।