बिलासपुर। सिम्स अस्पताल में 56 वर्षीय महिला की कथित तौर पर इंजेक्शन से हुई मौत ने अस्पताल प्रबंधन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। कलेक्टर अवनीश शरण ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए एक समिति का गठन कर तीन दिन में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। महिला की मौत से परिजनों में रोष व्याप्त है।
कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि अगर इस घटना में लापरवाही पाई गई तो दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी। कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति बख्शा नहीं जाएगा। सिम्स के अधीक्षक डॉ. सुजीत नायक ने बताया कि जांच कमिटी का गठन कर दिया गया है और जांच प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
महिला की मृत्यु ने सिम्स अस्पताल में पहले से ही चल रही अव्यवस्थाओं को उजागर कर दिया है। स्थानीय लोग और मरीजों के परिजन लंबे समय से अस्पताल में सुविधाओं की कमी और प्रशासन की लापरवाही की शिकायत कर रहे हैं।
महिला की मौत के बाद अस्पताल की अव्यवस्था पर कलेक्टर ने मरीजों की सुविधाओं को सुधारने के लिए कई निर्देश जारी किए। उन्होंने अस्पताल में जल्द से जल्द एक हेल्प डेस्क शुरू करने के आदेश दिए, ताकि मरीजों और उनके परिजनों को बेहतर मार्गदर्शन मिल सके। यह डेस्क पंजीयन काउंटर के पास होगी, जहां एक डेडिकेटेड कर्मचारी मरीजों की मदद के लिए तैनात किया जाएगा।
सिम्स अस्पताल में सफाई व्यवस्था की भी समीक्षा की गई। कलेक्टर ने दिन में तीन बार सफाई सुनिश्चित करने के सख्त निर्देश दिए और साफ-सफाई में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त न करने की बात कही। इसके अलावा, उन्होंने अस्पताल में चल रहे निर्माण कार्यों की भी समीक्षा की और जल्द से जल्द अधूरे कामों को पूरा करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण कर मरीजों से भोजन, इलाज और दवाइयों की जानकारी ली। महिला की मौत के बाद बढ़ते विवाद के बीच सिम्स अस्पताल प्रबंधन को अब अपनी व्यवस्थाओं पर ध्यान देना होगा, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों और मरीजों को सुरक्षित और बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें।