दुर्ग। नौकरी लगाने के नाम पर 10 लाख के फर्जीवाड़े का मामला सामने आया है। आरोप है कि PWD में नौकरी लगाने के नाम पर एक शख्स ने 10 लाख रुपये लिये और फिर उसके बदले में फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमा दिया। मामला दुर्ग का है। जानकारी के मुताबिक भिलाई के अजय कुमार पटेल ने शिकायत दर्ज करायी थी, कि उनके पिता चिन्तामणी पटेल भिलाई इस्पात सयंत्र में नौकरी करते है। उन्ही के साथ रामकुमार कोरी भी काम करता था, जो कि संयत्र से सेवानिवृत्त हो गया।
पूर्व परिचय के दौरान चिन्तामणी पटेल को आरोपी रामकुमार कोरी द्वारा बताया कि उसका लड़का सिद्धार्थ कोरी जो कि पीडब्लूडी विभाग में नौकरी करता है, उसकी वहां अच्छी पकड़ है। पीडब्ल्यूडी में तुम्हारे बेटे अजय पटेल को भी नौकरी लगवा देगा। लेकिन इसके बदले में पैसे लगेंगे। इसी क्रम में सिद्धार्थ कोरी के द्वारा अभिजीत विश्वकर्मा नामक व्यक्ति को पी.डब्लू.डी. विभाग का बड़ा अधिकारी बताकर प्रार्थी के घर मे जाकर मुलाकात कर पी.डब्लू.डी. विभाग से संबधित फार्म भरवाया गया।
नौकरी लगाने के नाम पर 10 लाख रूपये की डिमांड की गयी। नौकरी के लालच में शिकायतकर्ता के पिता चिन्तामणी पटेल ने एस.बी.आई. बैंक चेक के माध्यम से 5 लाख रुपये और नगद 5 लाख रूपये रामकुमार कोरी एवं सिद्धार्थ कोरी, अभिजीत विश्वकर्मा को दिया। सिद्धार्थ कोरी और अभिजीत विश्वकर्मा के द्वारा पी.डब्लू.डी. विभाग का प्रार्थी अजय कुमार पटेल के नाम का नियुक्ति पत्र एवं परिचय पत्र दिया गया। लेकिन जब अजय पटेल ने नियुक्ति पत्र के संबध में जानकारी ली, तो पता चला कि पत्र फर्जी है। जिसके बाद अजय कुमार पटेल ने रामकुमार कोरी एवं सिद्धार्थ कोरी, अभिजीत विश्वकर्मा पर मामला दर्ज करया।
पुलिस ने इस मामले में धारा 420,468,468,471,34 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया। प्रकरण में आवश्यक वैधानिक कार्यवाही कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजा गया है।