सूरजपुर। 5 सितंबर को जहां देशभर में शिक्षक दिवस मनाया गया तो वहीं सूरजपुर जिले में शिक्षकों की घोर लापरवाही का मामला सामने आया है। जहां निरीक्षण के दौरान पूर्व माध्यमिक शाला पर ताला लगा हुआ था और शिक्षक बिना छुट्टी लिए गायब थे।
खुद का सम्मान कराया और निकल पड़े
सूरजपुर में एक ही कैंपस में संचालित सरकारी स्कूलों में हैरान कर देने वाला नजारा सामने आया। यहां शिक्षक दिवस पर टीचर स्कूल तो पहुंचे लेकिन खुद का सम्मान कराने के बाद स्कूल बंद कर वापस घर लौट गए। स्कूली छात्र-छात्राओं को ना ही मध्यान्ह भोजन कराया गया और न ही उन्हें पोषण आहार बांटा गया।
सूचना मिली और कलेक्टर ने कराई जांच
इसकी जानकारी जैसे ही जिला कलेक्टर को मिली कि गणेशपुर गांव के प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक स्कूल दोनों ही बंद हैं, इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश देकर एक टीम बनाकर गणेशपुर गांव भेजा गया। जहां शिकायत सही मिली और दोनों ही स्कूलों में ताला लटका हुआ मिला। जब टीम ने जांच की तो यह पता चला कि शिक्षकों के द्वारा सुबह 11:00 तक स्कूल खोला गया था और शिक्षक दिवस मनाने के बाद स्कूल को बंद कर दिया गया और बच्चों को मध्यान भोजन भी नहीं कराया गया।
दो प्रधान पाठक सहित सात निलंबित
मामले की गंभीरता को देखते हुए इसी तरह प्राथमिक स्कूल के शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबित किया। इसी तरह मिडिल स्कूल के प्रधानपाठक सुरेश कुमार सारथी सहित 4 शिक्षकों को JD, अंबिकापुर द्वारा निलंबित कर दिया गया। इन निलंबित शिक्षकों में आलोक तिग्गा, दीपमाला पन्ना और पूजा प्रसाद शामिल हैं। फिलहाल सभी शिक्षकों के खिलाफ विभागीय जांच जारी है।