दुर्ग। ऑनलाइन महादेव सट्टा एप की शुरुआत दुर्ग जिले से हुई, और अब भी यहां यह धंधा चोरी छिपे चल रहा है। आलम यह है कि पत्रकारिता से जुड़े लोग भी फायदा देखकर यह धंधा कर रहे हैं और अपने रसूख का इस्तेमाल कर लोगों को बेवकूफ भी बना रहे हैं। यहां दो लोग खुद को पत्रकार बताकर ऑनलाइन सट्टा एप का संचालन कर रहे थे। उन्होंने पैसों के ट्रांजेक्शन के लिए लोगों को धोखे में रखकर फर्जी बैंक खाता भी खुलवाया। सुपेला पुलिस ने उनके सहित चार के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसमें दो मुख्य आरोपी फरार हैं।

खाता खोलकर बन गए बेवकूफ

सुपेला पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक इंदिरा नगर गदा चौक सुपेला भिलाई निवासी धीरज महतो पिता मिथलेश महतो (22 साल) ने इनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। धीरज ने पुलिस को बताया कि वो श्रीशंकराचार्य अस्पताल जुनवानी भिलाई के बाहर चाय की दुकान चलाता है। उनकी खुद को पत्रकार बताने वाले गोविंदा चौहान और रविकांत मिश्रा से उसकी पहचान हो गई थी।

इन दोनों ने उसके और उसके दोस्त पुरानी बस्ती रावणभाटा निवासी मुकेश तांडी से कुछ डिटेल मांगा और कहा कि वो उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाएगा। इसलिए वो उनके नाम पर बैंक खाता खुलवाएंगे। रवि और गोविंदा ने उनके नाम पर खाता तो खुलवाया, लेकिन मोबाइल नंबर अपना डलवाकर उस खाते का खुद ही संचालन करने लगे।

जब धीरज ने उनसे पूछा तो उन्होंने कहा कि तुम्हारे मोबाइल नंबर से खाता सिस्टम में अपडेट नहीं ले रहा है, इसलिए उन्होंने अपना नंबर दिया है। इसके बाद वो लोग उनका खाता और एटीएम लेकर चले गए। उन्होंने बोला कि कुछ दिन बाद सिस्टम में खाता अपडेट होने के बाद वो लोग उसे खाता वापस कर देंगे। साथ ही खाते का मोबाइल नंबर भी बदलवा देंगे।

बैंक ने खाते में बड़ी रकम के लेनदेन का किया खुलासा

कुछ महीने बीत जाने के बाद जब उन लोगों ने खाता वापस नहीं किया तो धीरज ने आईडीएफसी बैंक नेहरू नगर में जाकर दोनों का खाता चेक करवाया। वहां उन्हें बताया गया कि उनके खाते में काफी बड़ी मात्रा में अवैध लेनदेन हुआ है। बैंक मैनेजर ने यह भी बताया कि उनका यह खाता मुंबई से होल्ड कर दिया गया है।

धीरज और तांडी भी चलाते थे सट्टा एप

पुलिस विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक एसीसीयू और सुपेला पुलिस ने धीरज महतो और मुकेश तांडी को दो दिन पहले गिरफ्तार किया है। वो लोग महादेव सट्टा एप का संचालन कर रहे थे। जिसका लेनदेन उनके खाते में हो रहा था। पुलिस ने जब पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उनके साथ मिलकर कथित पत्रकार रविकांत मिश्रा और गोविंदा चौहान भी यह काम करते हैं। उनके खाते से लेनदेन उन्हीं दोनों के द्वारा किया जा रहा है। पुलिस ने रवि और गोविंदा चौहान सहित अन्य के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4), 319(2) और 61(2) के तहत मामला दर्ज किया है। दोनों आरोपी फरार हैं।

गोविंदा चौहान के खिलाफ रेप का मामला भी है दर्ज

सुपेला पुलिस ने पूर्व में कथित पत्रकार गोविंद चौहान के खिलाफ दुष्कर्म का मामला भी दर्ज किया है। पीड़िता ने शिकायत में बताया है कि गोविंदा ने मई 2013 से साल 2017 तक उसका शारिक शोषण किया। पीड़िता ने बताया कि गोविंदा उसे काफी समय पहले से जानता था। वो किराय के माकन में रहती थी। मई 2013 में रात को गेविंद उसके घर आया। पीने के लिए पानी मांगा।

जैसे ही वो पानी लेने अंदर गई वो भी अंदर घुस गया और उसके साथ जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाया। इसके बाद उसने उससे शादी करने का वादा किया। शादी का वादा करके वो उसका 5 सालों तक शारीरिक शोषण करता रहा। जब उसने शादी के लिए जोर दिया तो उसने उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद पीड़िता ने सुपेला थाने में मामला दर्ज कराया।

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