रायपुर। राजधानी के तेलीबांधा जलाशय (मरीन ड्राइव) के फुटपाथ पर आधी रात को एक युवक की हत्या कर दी गई। बाइक में आए तीन अज्ञात युवकों ने मोबाइल, नगदी लूटने के दौरान हुए संघर्ष में चाकू मारकर उसकी जान ले ली। पुलिस की जांच के दौरान वारदात के बाद भागते हुए हत्यारों की तस्वीर सामने आयी है। जिसमे वे बाइक में सवार होकर भाग रहे हैं।
अंबिकापुर से अफसर को लेकर आया था युवक
पुलिस के मुताबिक यह घटना रात करीब 3.40 के आसपास हुई। हमले के बाद एक घंटे से अधिक समय तक इलाज न मिलने से उसकी मौत हो गई। एक घंटे के दौरान उसे न 112, 108 और न पुलिस की मदद मिली। मृतक का नाम ईश्वर राजवाड़े (32) है। वह अपने भांजे के साथ उसकी स्कूटी में वहां पहुंचा था। ईश्वर अंबिकापुर कलेक्टोरेट में दैवेभो ड्राइवर है। वह अंबिकापुर के सरईटिकरा इलाके का रहने वाला है। रविवार को वह अपने अफसर को लेकर रायपुर आया हुआ था। उसका भांजा भी कृषि विवि में डेली वेजेस ड्राइवर है। ईश्वर, रात को सोने के लिए भांजे के ही घर गया था। नींद न आने पर दोनों घूमने के लिए तेलीबांधा पहुंचे थे। इसी दौरान तीन युवक वहां पहुंचे और ईश्वर से मोबाइल छीनने लगे। मोबाइल को बचाने के दौरान तीन युवकों में से एक ने ईश्वर पर चाकू से तीन चार वार किए। इसमें ईश्वर के सीने, पेट और हाथ में गहरे घाव आने से वह सड़क पर गिर पड़ा। यह देख तीनों युवक बाइक से फरार हो गए।
किसी की भी नहीं मिली मदद
यह सब, ईश्वर का भांजा और पास खड़ा एक अन्य युवक देख रहे थे। यह युवक निगम जलाशय के आसपास सुरक्षा गश्त करने नियुक्त निगम का संविदा कर्मी बताया गया है। इन दोनों ने अपने फोन से 108,112 और पुलिस की अन्य सभी सेवाओं को कॉल कर सूचना दी और मदद मांगी। लेकिन एक घंटे तक कोई नहीं आया। इसी बीच एक पुलिस पेट्रोलिंग गाड़ी वहां से गुजरी। इसे रोककर उसमें सवार कर्मियों को बताया और घायल ईश्वर को अस्पताल पहुंचाने मदद मांगी। इन कर्मियों ने गाड़ी टर्न कर आने की बात कही लेकिन वे नहीं आए।
निजी अस्पताल ने भी पल्ला झाड़ा
यह देख, भांजा और वह सुरक्षा कर्मी दोनों ने ईश्वर को पास के निजी अस्पताल ले गए जहां के स्टाफ ने मेकाहारा ले जाने कहकर फस्ट एड या चेक भी न कर हाथ झाड़ लिया। दोनों जब ईश्वर को लेकर मेकाहारा पहुंचे तो डॉक्टरों ने ब्राट डेड घोषित कर दिया।
पुलिस अब और मौके पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की मदद से हमलावरों की तलाश कर रही है। हमलावरों की पहली तस्वीर में वे एक बाइक में भागते हुए नजर आ रहे हैं।
राजधानी में बढ़ रही आपराधिक वारदातें
पिछले एक सप्ताह के भीतर इसी इलाके में हत्या की यह दूसरी वारदात है। इससे पहले इसी घटना स्थल पर पिछले सप्ताह योगिता साहू नाम की युवती की उसके ही प्रेमी ने शादी को लेकर हुए विवाद में हत्या कर दी गई थी। मरीन ड्राइव में एक सहायता केंद्र तो बनाया गया है मगर वहां केवल शाम के वक्त जवान नजर आते हैं।
शहर में पिछले कुछ समय में हुई हत्याएं :
26 अगस्त रामनगर में युवक की
6 सितंबर भाई ने भाई की
16 सितंबर युवती योगिता साहू की
18 सितंबर दोस्त ने दोस्त की
28 अगस्त मांढर में युवक की
मरीन ड्राइव में नशेडियों का रहता है जमघट…
जलाशय घूमने आने वाले मार्निंग और नाइट वॉकर्स का कहना है कि सबेरे-सबेरे मछली पकडने के नाम से भी नशेड़ी युवकों का जमघट लगा रहता है। जलाशय के चौकीदारों से कहा जाता है तो कहते हैं कि वे चाकू मारने के नाम पर धमकाते हैं।
विपक्ष को मिल गया मुद्दा
वहीं इस मामले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने सरकार को सुझाव दिया है कि वह, विज्ञापन जारी कर नागरिकों से कह दें कि वे अपनी सुरक्षा स्वयं कर लें। यह कहने में कोई संकोच नहीं होना चाहिए कि इस सरकार में छत्तीसगढ़ अब तक के सबसे भयावह दौर से गुजर रहा है।
वहीं पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव ने इस मामले को लेकर डीजीपी अशोक जुनेजा से बात की है। सिंहदेव ने कहा, घटना से मैं भौंचक हूं। ऐसी बुरी स्थिति छत्तीसगढ़ में कभी नहीं रही। उन्होंने डीजीपी से तत्काल आरोपियों को गिरफ्तार करने को कहा है