राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ में आये दिन ऐसे मामले सामने आ रहे हैं जिसमे लोगों को झांसे में लेकर उनके खाते और एटीएम कार्ड ले लिए जा रहे है। फिर इन खातों का इस्तेमाल गलत कार्यों में लेन-देन के लिए किया जाता है। ऐसे ही एक मामले में पैसे का झांसा देकर दो युवकों से बैंक पासबुक, एटीएम और सिम को हथियाने की शिकायत के बाद सोमनी पुलिस ने भिलाई के एक युवक के खिलाफ धोखाधड़ी के तहत जुर्म दर्ज किया है। आपसी जान-पहचान का फायदा उठाकर आरोपी ने दोनों युवकों से उक्त दस्तावेज के बदले रुपए देने का झांसा दिया। इसके बाद से आरोपी द्वारा न रुपए दिए गए और न ही दोनों के दस्तावेज लौटाए।
मिली जानकारी के मुताबिक भिलाई के रहने वाले बेबी सिंह और उसका दोस्त हेमंत पटेल का आरोपी दीपांशु श्रीवास्तव से जान-पहचान थी। दस दिन पूर्व दोनों युवक अपनी बाइक से मनगटा वन चेतना केंद्र घूमने के लिए गए थे। वहीं मोहल्ले में रहने वाले दीपंशु श्रीवास्तव से दोनों की मुलाकात हो गई। इस दौरान आरोपी ने दोनों युवक से पासबुक, एटीएम और सिमकार्ड देने के एवज में 15 हजार रुपए देने की बात कही, लेकिन आज तक न ही पैसे दे रहा और न ही बैंक संबंधित दस्तावेज व सिम कार्ड दे रहा है।
पीडि़तों ने सायबर धोखाधड़ी की आशंका को लेकर सोमनी पुलिस से मामले की शिकायत की है। बताया जा रहा है कि पीड़ितों को सायबर धोखाधड़ी का आभास हुआ, इसलिए कुछ परिचितों से सलाह के बाद दोनों सोमनी थाना पहुंचे। पुलिस ने पीड़ितों से उनके एकाउंट नंबर की जानकारी लेकर जब जांच की तो पता चला कि उनके एकाउंट से पैसे का लेनदेन हो रहा है।
कई राज्यों से हो रहे हैं कम्प्लेन
पुलिस ने यह भी बताया कि पीड़ितों के एकाउंट से कई राज्यों में कम्प्लेन की जानकारी भी सामने आई। इसके बाद पुलिस ने शिकायत पश्चात एकाउंट को सील किया है। पुलिस को दिए जानकारी में पीड़ितों ने आरोपी पर झांसा देकर दस्तावेज हासिल करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने दीपांशु श्रीवास्तव के खिलाफ बीएनएस की धारा 318(4) के तहत धोखाधड़ी का मामला कायम किया है।