मुंबई। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक मामले को निपटाने के लिए एक होटल व्यवसायी से 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में लघु दावा अदालत में पदस्थ एक अनुवादक और दुभाषिया विशाल सावंत को गिरफ्तार किया है। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
इस संबंध में एसीबी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, शिकायतकर्ताओं के स्वामित्व अधिकार को लेकर धोबी झील स्थित लघु दावा न्यायालय में एक मुकदमा दायर किया गया है। इस दावे का अंतिम परिणाम लंबित है। आरोपी लोक सेवक विशाल सावंत ने शिकायतकर्ता से यह कहकर 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगी कि वह दावे का निपटारा उसके पक्ष में करा देगा।
शिकायतकर्ताओं ने इस मामले की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक विभाग, मुंबई कार्यालय में दर्ज कराई। 9 सितंबर को शिकायत का सत्यापन किया गया। इसमें पाया गया कि सावंत ने शिकायतकर्ता के पक्ष में फैसला कराने के लिए 25 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। तदनुसार, एसीबी की एक टीम ने सोमवार को एलटी मार्ग इलाके में एक होटल में जाल बिछाया और सावंत को 25 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए पकड़ा। इस संबंध में उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की धारा 7 के तहत मामला दर्ज किया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में आगे की जांच एसीबी कर रही है।