भिलाई-दुर्ग। भिलाई में हुई एक घटना को लोग मामूली विवाद पर हमला करने का मानकर चल रहे थे, वह सुपारी लेकर हत्या के षड्यंत्र का निकला। पुलिस इस मामले 3 हमलावरों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। जब मामले की गहन जांच हुई तो साजिश की परतें खुलती गई। अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि भिलाई के एक रसूखदार व्यक्ति ने हत्या का षड्यंत्र रचा था, जिसकी तलाश की जा रही है।
दरअसल, यह घटना 21 जुलाई की है। प्रकरण में पुलिस थाने में प्रोफेसर विनोद शर्मा के ड्राइवर ने शिकायत दर्ज कराई थी कि खूबचंद बघेल कॉलेज के प्रोफेसर विनोद शर्मा को लेकर वह वापस लौट रहा था। इसी दौरान वे पुलिस पेट्रोल पंप के पास पेट्रोल डलवाने रुके। इस बीच प्रोफेसर सिगरेट लेने दुकान की ओर बढ़ रहे थे, तभी उनके पास तीन बाइक सवार पहुंचे और गाली-गलौच करते हुए रॉड-डंडों से हमला कर दिया। इसके बाद बदमाश जब ड्राइवर की ओर बढ़े, तब वह कार लेकर कॉलेज की ओर भागा और अन्य स्टाफ को घटना की सूचना दी।
घायल प्रोफेसर एयर एम्बुलेंस से ले जाया गया दिल्ली
इस हमले में गंभीर रूप से घायल प्रोफेसर को रायपुर के निजी अस्पताल ले जाया गया। जहां से उन्हे एयर एम्बुलेंस के जरिये दिल्ली के वेदांता हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उनका इलाज चल रहा हैं।
हमलावरों को गाइड कर रहा था कार चालक
इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 109, 296, 3(5), 351(3) के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू की। पुलिस को सीसीटीवी में दो बाइक पर 6 बदमाश नजर आए. यह बाइक बदमाशों को भिलाई तीन के विठ्ठलपुरम के पास दी गई थी. वहीं एक स्विफ्ट कार उनके सामने चल रही थी। सीसीटीवी में नजर आई कार को पुलिस ने जब्त कर लिया है। यह कार प्रवीण शर्मा की है।
इस बीच पुलिस को मोबाइल लोकेशन के अनुसार मध्य प्रदेश के रीवा के रहने वाले बदमाशों की जानकारी हुई। पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोच लिया। आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ करने पर अपना गुनाह कबूल किया, उनकी निशानदेही पर बाकी आरोपियों के तलाश की जा रही है।
इस मामले की जांच में खुलासा हुआ कि प्रोफसर पर हमले का साजिशकर्ता प्रवीण शर्मा है, जिसने बदमाशों को प्रोफेसर विनोद शर्मा की हत्या के लिए सुपारी दी थी। हालांकि मुख्य आरोपी प्रवीर शर्मा, धीरज और अन्य आरोपी अभी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। पुलिस अब तक घटना के पीछे की वजह को नहीं जान पाई है।
हमले के पीछे इस तरह का षड्यंत्र
बताते है कि प्रोफेसर पर चैट को लेकर हमला किया गया है। सूत्रों के मुताबिक जिस युवती को लेकर इस शख्स पर हमला किया गया है, वह दुर्ग के एक एजुकेशन ग्रुप में हाल ही में डायरेक्टर नियुक्त हुई है। बताते है कि घोटालों की रकम से लगभग 100 करोड़ का निवेश इस युवती के नाम पर एक एजुकेशन सेंटर में कराया गया था। इस निवेश को लेकर प्रोफेसर और-युवती पसोपेश में थे।
सूत्रों के मुताबिक भविष्य के झमेलों से बचने के लिए ब्लैक मनी निवेश का पीड़ित प्रोफेसर ने विरोध जताया था। यह युवती के परिवार को नागवार गुजर रहा था। बताया जा रहा है कि युवती के भाई ने अपने पिता से सहमति लेने के बाद पीड़ित को मौत के घाट उतारने के लिए कॉन्ट्रेक्ट किलिंग का सहारा लिया था। इस सिलसिले में तीन युवकों की पहचान भी कराई गई।
इस घटना को लेकर सी एस पी के द्वारा मीडिया को बताया गया कि प्रोफेसर के साथ मारपीट हुई है, मारपीट करने वाले तीन आरोपी रीवा से गिरफ्तार किये गए हैं। और अभी तीन आरोपी फरार है। फरार आरोपी में एक का नाम शिवम मिश्रा है जिसके द्वारा रीवा से इन तीन लड़कों को पांच लाख रुपए इनके खाते में एडवांस के रूप में दिया गया है, बाकी रकम काम होने के बाद बोला गया था। शिवम मिश्रा को रूपए प्रवीण के द्वारा दिया गया था और प्रवीण उस बड़े नेता के बेटे का खास दोस्त हैं, जिसने यह प्रोफेसर को मारने की सुपारी दिया है । और नेता के बेटे ने शिवम को रूपया प्रवीण के माध्यम से दिया है पहले प्रवीण को दिया गया और प्रवीण के द्वारा शिवम मिश्रा को दिया गया। और नेता के बेटे के द्वारा प्रोफेसर को पूरी तरह से खत्म करने को कहा गया था।
माना जा रहा है मुख्य आरोपी को पकड़े जाने के बाद वजह का खुलासा होगा। बहरहाल पुलिस इस हमले के अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।