पिथौरा। बलौदाबाजार जिले की बया पुलिस द्वारा एक ग्रामीण के आत्महत्या किये जाने के करीब साल भर बाद मृतक के बेगुनाह बड़े भाई अजय चौहान को हत्या के आरोप में जेल भेज दिया गया है। चौकी प्रभारी नवीन शुक्ला का कहना है कि डॉक्टर की रिपोर्ट के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार समीप के ग्राम बया जिला बलौदाबाजार थाना राजदेवरी क्षेत्र के ग्राम देवपुर में पुलिस को 3 सितंबर को बसंत के घर में फांसी लगाए जाने की जानकारी मिली थी। जिसमें अजय चौहान द्वारा फांसी के फंदे पर अपने भाई को झूलता देख उसे बचाने की गरज से हंसिया से फंदे की रस्सी काटकर मृतक बसंत को नीचे उतारा था।
बसंत को बचाने के लिए आनन फानन में उसे समीप के पिथौरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया था, जहां डॉक्टरों ने बसंत को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद थाना पिथौरा जिला महासमुंद की पुलिस टीम द्वारा प्रकरण में जांच पंचनामा और पोस्टमार्टम कर प्रकरण को चौकी बया को स्थानांतरित किया था। पुलिसिया जांच में उसके बड़े भाई को आरोपी मान रही थी। परन्तु अब ग्राम देवपुर में वन चौकीदार के पद पर पदस्थ बसंत चौहान की आत्महत्या के मामले ने नया मोड़ ले लिया है। एक साल पहले हुई इस घटना में पुलिस ने मृतक के छोटे भाई अजय चौहान को हत्या के आरोप में हाल ही में गिरफ्तार किया है।
इस कार्रवाई के बाद मृतक बसंत चौहान की पत्नी, पुत्र और देवरानी ने पुलिस पर गलत तरीके से अजय को फंसाने का आरोप लगाया है। परिजनों ने मृत्यु पूर्व का वीडियो भी पुलिस को सौंपा है।
पुलिस कार्रवाई पर उठाए सवाल
मृतक के परिजनों का कहना है कि, पुलिस ने अजय को फंसाया है। मृतक ने फांसी लगाने के कुछ ही समय पूर्व एक वीडियो भी बनाया था। जिसमें वह कह रहा है कि, मैं अपनी परेशानी की वजह से आत्महत्या कर रहा हूं। यह वीडियो उन्होंने पुलिस को दिखाया था, उसके बाद भी पुलिस ने बिना जांच किए मृतक के भाई को हत्या का आरोपी बनाकर जेल में डाल दिया। परिजनों ने न्याय नहीं मिलने पर इसकी शिकायत गृह मंत्री से करने की बात कही है।
पोस्ट मार्टम रिपोर्ट के बाद गिरफ्तारी-चौकी प्रभारी
उक्त मामले में बया में नवपदस्थ चौकी प्रभारी नवीन शुक्ला ने बताया कि उक्त मामले उनके पदस्थ होने से पहले का है। पिछली पुलिस जांच में अजय चौहान को अपने भाई की हत्या का आरोपी बना कर फरार बताया गया था। अब चौकी थाना के पेंडिंग मामले निपटने के निर्देश के बाद अजय को जांच डायरी के अनुसार हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। घटना के बाद मृतक के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में भी होमोसायडल लिखा होने से उसे हत्या ही माना जाता है।
बहरहाल, बया पुलिस चौकी क्षेत्र में डॉक्टरी रिपोर्ट, पूर्व चौकी प्रभारी की जांच रिपोर्ट, वर्तमान एसपी द्वारा पेंडिंग मामले निपटाने के निर्देश के बीच अब मृतक के स्वयं परेशान होकर आत्महत्या करने का वीडियो सामने आने के बाद पुलिस जांच की कलई खुल गयी है, देखना है कि इस मामले में आगे क्या कार्रवाई होती है।