बिलासपुर। न्यायधानी के देवकीनंदन स्कूल परिसर में संचालित शासकीय स्कूलों में फर्जी छात्र संख्या दर्ज करने का मामला सामने आया है। BEO के औचक निरीक्षण में एक स्कूल में रजिस्टर में दर्ज 70 छात्रों की संख्या के मुकाबले सिर्फ 6 बच्चे उपस्थित पाए गए। यह गड़बड़ी शिक्षकों द्वारा युक्तियुक्तिकरण से बचने के लिए की गई थी।

दर्ज संख्या 70 और उपस्थिति..

देवकीनंदन स्कूल परिसर में एक साथ पांच स्कूल चल रहे हैं, जिनमें खपरगंज और गोड़पारा प्राथमिक शालाएं भी शामिल हैं। निरीक्षण के दौरान शासकीय प्राथमिक शाला, खपरगंज में केवल 6 छात्र उपस्थित थे, जबकि रजिस्टर में 70 छात्रों की संख्या दर्ज थी। स्कूल के प्रधान पाठक और शिक्षकों ने युक्तियुक्तिकरण से बचने के लिए छात्र संख्या को बढ़ा लिया था।

निरीक्षण के दौरान, खपरगंज और गोड़पारा स्कूलों के शिक्षकों के बीच छात्रों की वास्तविक संख्या को लेकर विवाद भी हुआ। इस मामले में एबीईओ दीप्ति गुप्ता के निरीक्षण में शिक्षकों की गड़बड़ी उजागर हो गई। अब इस मामले की शिकायत डीईओ से की गई है, और आगे की कार्रवाई की जाएगी।

गांव के स्कूल में जाने से बचना चाहते हैं शिक्षक

शिक्षकों की चिंता का कारण शासन द्वारा जारी युक्तियुक्तिकरण का आदेश है, जिसके तहत शिक्षकों को अन्य गांवों के स्कूलों में स्थानांतरित किया जा सकता है। इसी डर से कई स्कूलों में फर्जी छात्र संख्या दर्ज की जा रही है, ताकि वे इस प्रक्रिया से बच सकें। कम दर्ज संख्या वाले स्कूलों को दूसरे स्कूल में मर्ज भी किया जा सकता है।

 

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