रायपुर। खाद्य विभाग ने राजधानी रायपुर की 3 राइस मिलों में छापा मारा। इस कार्रवाई के दौरान भारी मात्रा में धान और चावल जब्त किया गया। वहीं दूसरी ओर इस तरह की कार्रवाई का राइस मिल एसोसिएशन ने विरोध किया है।
विभाग ने करवाई की बताई ये है वजह
खाद्य विभाग का कहना है कि कई राइस मिलर कस्टम मिलिंग (CMR) का चावल धीमी गति से जमा कर रहे। इसे लेकर शासन ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की और खाद्य विभाग को राईस मिलरों पर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी कड़ी में खाद्य की टीम ने राइस मिलों में पहुंचकर जांच की और कार्रवाई करते हुए धान व चावल जब्त किया।
इन राइस मिलों पर हुई कार्रवाई
जिले के राईस मिलर्स ने छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 की कंडिकाओं के उल्लंघन किये जाने और शासन का चावल जमा किये जाने में रूचि नहीं लिए जाने पर अभनपुर विकासखण्ड के राईस मिल फर्म निर्मला राईस प्रा.लि. की जांच कर 3800 क्विंटल धान एवं 7750 क्वि. चावल को जब्त किया गया। इसी तरह मंदिर हसौद के उमरिया स्थित कमल राईस मिल की जांच कर 3600 क्वि. धान जब्त किया गया। उधर विकासखण्ड आरंग स्थित ग्राम जरौदा में कान्हा राईस मिल की जांच में 12570.40 क्वि. धान एवं 350 क्वि. चावल जब्त किया गया। इस कार्रवाई को सहायक खाद्य अधिकारी पवित्रा अहिरवार, भारती हर्ष एवं खाद्य निरीक्षक श्रध्दा चौहान शामिल थे। पूरी कार्रवाई के दौरान लगभग 43 करोड़ का धान और चावल जब्त किया गया।
कार्रवाई को बताया गलत
खाद्य विभाग द्वारा की गई इस करवाई को गलत बताते हुए राइस मिलर्स एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल ने कहा कि चावल जमा करने के लिए न तो नान के और न ही FCI के गोदाम में जगह है। इस वजह से राइस मिलर्स का चावल जमा नहीं किया जा रहा है। योगेश अग्रवाल ने बताया कि आज धान और चावल का ओवर स्टॉक होने के चलते बड़ी संख्या में राइस मिल बंद पड़े हैं। आलम यह है कि बारिश में राइस मिलों में रखा धान सड़ रहा है। उन्होंने कहा कि खाद्य विभाग सरकारी गोदाम चावल जमा करने की बजाय अपनी छवि को ठीक बताने के लिए राइस मिलों पर कार्रवाई कर रहा है, जो कि गलत है।
जगह उपलब्ध कराने में जुटा प्रशासन
उधर रायपुर कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह ने एफसीआई के अधिकारियों को चावल जमा करने के लिए स्टैक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही रेलवे के अधिकारियों से भी शासन द्वारा शीघ्र रेक उपलब्ध कराने के लिए आग्रह किया है, ताकि सीएमआर चावल शीघ्र जमा किया जा सके। रेलवे ने 26 रेक उपलब्ध कराने की बात कही थी, मगर केवल 8 रेक ही उपलब्ध कराई गई। रायपुर जिले में वर्तमान में 2 लाख 66,000 मीट्रिक टन चावल जमा किया जाना शेष है।