रायपुर। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने कोयला घोटाले में जेल भेजे गए निलंबित आईएएस समीर विश्नोई, आईएएस रानू साहू, और राज्य सेवा की अधिकारी सौम्या चौरसिया के परिजनों, रिश्तेदारों और करीबी लोगों को उपस्थिति कराने के लिए समन जारी किया है।

हाल ही में हुई छापेमारी के दौरान उनके ठिकानों से बरामद किए गए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस और दस्तावेजों को जब्त किया गया है। इसमें संपत्तियों का ब्योरा मिला है। इन प्रॉपर्टियों में बेनामी संपत्तियों की जांच करने के लिए सभी से हिसाब मांगा है। इसका वेरिफिकेशन करने के बाद जब्त करने की कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि जांच एजेंसी ने 24 ठिकानों में तलाशी के दौरान करोड़ों रुपये की चल-अचल संपत्तियों के दस्तावेज मिले हैं। इसकी जांच करने के लिए दस्तावेजों को जब्त किया गया है। इन सभी का वेरिफिकेशन किया जाएगा। हिसाब नहीं देने पर सम्पत्तियों को जब्त किया जाएगा।

ईओडब्ल्यू एवं एसीबी ने 16 अगस्त को छत्तीसगढ़ के रायपुर में पांच, दुर्ग में आठ, महासमुंद में तीन, रायगढ़ स्थित दो, कोरबा-गरियाबंद में 1-1, राजस्थान के अनूपगढ़ में दो, कर्नाटक के बेंगलूरू में एक और झारखंड के जमशेदपुर एक स्थान पर दबिश दी थी।

करोड़ों की सम्पत्तियों का खुलासा

छापेमारी के जद में आने वाले रानू, समीर और सौम्या के परिजन, रिश्तेदारों और करीबी कारोबारियों के ठिकानों से प्रापर्टी के दस्तावेज मिले हैं। इसमें आवासीय एवं कृषि भूमि, फार्म हाउस, मकान सहित अलग-अलग योजनाओं में किए गए निवेश के पेपर शामिल हैं। इनका वेरिफिकेशन करने के लिए साक्ष्य मंगवाए गए है।

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