भोपाल। एमपी की रियल स्टेट रेग्युलेटरी अथॉरिटी यानी रेरा (RERA) के चेयरमैन व पूर्व IAS अफसर एपी श्रीवास्तव पर आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने प्राथमिकी दर्ज की है। मुख्यमंत्री सचिवालय में भी श्रीवास्तव के खिलाफ पद दुरुपयोग के मामले में शिकायत की गई थी।
नियुक्तियों में की गड़बड़ी
श्रीवास्तव यह शिकायत प्रभाष जेटली नाम के एक व्यक्ति ने दर्ज कराई है, जिसमें श्रीवासतव पर रेरा में नियुक्तियों में गड़बड़ी करने और एक बिल्डर से आवासीय भूखंड लेने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं। शिकायत के अनुसार रेरा में विभिन्न पदों पर भर्ती प्रक्रिया में धांधली की गई है। रेरा में न्याय निर्णय अधिकारी के दो स्वीकृत पदों में से एक पद का विज्ञापन जारी किया गया, जबकि दूसरा पद बिना विज्ञापन के भर दिया गया। इसके अलावा अन्य भर्तियों में संविदा नियुक्ति के लिए निर्धारित आयु सीमा 65 वर्ष से अधिक नहीं हो सकती, लेकिन श्रीवास्तव पर आरोप है कि उन्होंने नियमों की अनदेखी करते हुए 65 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति को भी नियुक्ति दे दी।
केस के बीच में बिल्डर से भूखंड खरीदा
रेरा चेयरमैन एपी श्रीवास्तव पर आरोप है कि उन्होंने आकृति के बिल्डर के खिलाफ चल रही जांच के बीच उसी से आवासीय भूखंड खरीदा है। आरोप है कि रेरा चेयरमैन एपी श्रीवास्तव और उनकी पत्नी नीति श्रीवास्तव ने आकृति डेवलिंक्स प्राइवेट लिमिटेड के आकृति गार्डन्स प्रोजेक्ट में बी-168 नंबर का आवासीय भूखंड खरीदा। इसके बाद श्रीवास्तव ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आकृति डेवलिंक्स के सभी प्रोजेक्ट्स रद्द कर दिए।
आरोप यह भी है कि न्यायिक प्रक्रिया की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए श्रीवास्तव को आकृति डेवलिंक्स के प्रोजेक्ट्स पर सुनवाई नहीं करनी चाहिए थी। इससे उनके फैसले पर हितों के टकराव (Conflict of Interest) का संदेह उत्पन्न हो सकता था। दरअसल आकृति डेवलिंक्स प्रा.लि. के संचालक हेमंत सोनी पर आरोप है कि उसने कई लोगों से अपने प्रोजेक्ट में एडवांस पैसा लिया, लेकिन उन्हें मकान नहीं दिया। इस मामले में पीड़ित लोगों ने रेरा के साथ ही ईओडब्लयू में भी शिकायत की है। हालांकि अभी यह आरोप है। इसकी सच्चाई जांच के बाद ही सामने आएगी।
जानिए प्रभाष जेटली के बारे में..
प्रभाष जेटली एक्टिविस्ट हैं। वे भोपाल के पॉश इलाके अरेरा कॉलोनी में रहते हैं। वे पर्यावरण, वन विभाग और टाउन एण्ड कंट्री प्लानिंग से जुड़े मामलों के एक्टिविस्ट हैं। इससे पहले भी वे कुछ मामलों का खुलासा कर चुके हैं।
इस मामले में शिकायतकर्ता प्रभाष जेटली ने आरोप लगाया है कि रेरा में अनियमिताएं हैं। इसी को लेकर शिकायत की गई है। रेरा चेयरमैन अजीत प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा न केवल अधिकारों का दुरुपयोग किया गया है, बल्कि स्वयं के लाभ के लिए Real Estate बिल्डर्स पर अनावश्यक दबाव भी डाला गया है।
पांच साल के लिए हुई है नियुक्ति
1984 बैच के IAS एपी श्रीवास्तव 31 मार्च 2021 को रिटायर हुए थे। नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग के आदेश के मुताबिक श्रीवास्तव का कार्यकाल 5 साल तय किया गया है। इससे पहले प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव एंटोनी डिसा रेरा के अध्यक्ष रहे। उनकी नियुक्ति शिवराज सरकार ने 4 साल के लिए की थी। हालांकि कार्यकाल पूरा होने से पहले सितंबर 2020 में उन्हें पद से हटा दिया गया था।