NEET Paper Leak: NEET पेपर लीक मामले में CBI की कार्रवाई लगातार जारी है। CBI ने झारखंड के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज यानी रांची के RIMS से सेकंड ईयर की छात्रा सुरभि कुमारी को गिरफ़्तार कर उसे पटना कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे कोर्ट ने 3 दिन की CBI रिमांड में भेज दिया है। आरोप है कि सुरभि सॉल्वर गैंग का हिस्सा थी और 5 मई को NEET पेपर के दिन हजारीबाग के OASIS स्कूल में पेपर सॉल्व करने गई थी।

एम्स पटना के 4 छात्र हो चुके हैं गिरफ्तार

इससे पहले गुरुवार को एम्स पटना के चार एमबीबीएस छात्रों को भी इसी मामले में गिरफ्तार किया गया था। इन छात्रों के नाम करन जैन, कुमार सानू, राहुल आनंद और चंदन सिंह है।

इस मामले में कथित तौर पर मुख्य आरोपी पंकज सिंह के लिए इन लोगों ने पेपर हल किए थे। इसके साथ ही सीबीआई के साथ काम कर रहे एम्स के अधिकारियों ने इन सभी छात्रों के कमरों को सील कर दिया।

इस मामले में हुई इन गिरफ्तारियों से दो दिन पहले सीबीआई ने दो और लोगों को हिरासत में लिया था। इन लोगों की पहचान एनआईटी जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ ​​आदित्य और राजू सिंह के रूप में हुई। पंकज ने कथित तौर पर हजारीबाग में एनटीए ट्रंक से नीट-यूजी का पेपर चुराया था।

गोधरा पहुंची CBI की टीम

नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी मामले की जांच कर रही सीबीआई आज गोधरा पहुंची। आरोप है कि गोधरा के 27 उम्मीदवारों से आरोपियों ने नीट यूजी परीक्षा पास कराने के एवज में 10-10 लाख रुपए लिए थे। अब तक गोधरा से पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन्होंने पश्न पत्र हल करने में छात्रों की मदद की थी। इसके बाद पुलिस ने इन पर शिकंजा कसते हुए इन्हें गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार हुए आरोपियों में से एक ने शुक्रवार, 19 जुलाई को जमानत के लिए कोर्ट में याचिका भी दाखिल की थी, लेकिन पंचमहल जिला अदालत के सत्र न्यायाधीश ने यह याचिका खारिज कर दी।

बता दें कि बीते रविवार को गुजरात के गृह विभाग ने एक अधिसूचना जारी की थी। इसमें नीट यूजी मामले की जांच अब राज्य पुलिस से लेकर सीबीआई को सौंपने की बात कही थी। अधिसूचना के बाद इस मामले को सीबीआई को सौंपे जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया।

इस मामले में बीते दिनों पुलिस ने गोधरा के एक स्कूल के प्रधानाचार्य, शिक्षक समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। इन सभी से पूछताछ भी हुई, लेकिन अभी इन्होंने मामले के संबंध में ऐसा कोई खुलासा नहीं किया है, जिससे किसी नतीजे पर पहुंचा जा सके। दरअसल गोधरा के जिलाधिकारी को 9 मई को पता चला कि यहां एक स्कूल में आयोजित हुई नीट यूजी परीक्षा में कुछ लोग गड़बड़ी करते हुए पाए गए।

इन लोगों ने नियमों को ताक पर रखते हुए छात्रों को पास कराया और उनके लिए मेडिकल कॉलेजों में दाखिले का मार्ग प्रशस्त करने का प्रयास किया। जिला अधीक्षक सोलंकी ने कहा था, “तुषार भट्ट, स्कूल के प्रिंसिपल परषोत्तम शर्मा, वडोदरा स्थित शिक्षा सलाहकार परशुराम रॉय, उनके सहयोगी विभोर आनंद और कथित बिचौलिए आरिफ वोहरा शामिल हैं।”

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