भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस पार्टी से भाजपा में शामिल हुए रामनिवास रावत को आज मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। विशेष बात यह रही कि रावत को 15 मिनट के अंतराल में 2 बार लेनी पड़ी।
हुआ यूं कि मोहन मंत्रिमंडल में रावत को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। शपथ लेते समय पहले उनके मुंह से राज्य मंत्री निकल गया था। इसके चलते दूसरी बार शपथ में उन्हें कैबिनेट मंत्री पद की शपथ दिलवाई गई। अब मोहन कैबिनेट में कुल 31 मंत्री हो गए हैं, 3 मंत्री पद अभी भी खाली हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की कैबिनेट का सोमवार को विस्तार हुआ। कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए विधायक रामनिवास रावत को राजभवन में कैबिनेट मंत्री पद की शपथ लेनी थी। उन्होंने सुबह करीब 9.03 बजे बतौर राज्यमंत्री शपथ ले ली। गलती का अहसास हुआ तो उनको करीब 9.18 बजे फिर कैबिनेट मंत्री की शपथ दिलाई गई। समारोह में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव समेत कई मंत्री शामिल हुए।
शपथ लेते समय थे कांग्रेस विधायक
बता दें कि आज सुबह शपथ लेते समय रामनिवास रावत कांग्रेस के विधायक थे। दोपहर बाद उन्होंने विधायकी से इस्तीफा दिया। उन्होंने विधानसभा सचिवालय में प्रमुख सचिव को बताया कि इस्तीफा स्पीकर नरेंद्र सिंह तोमर को दिया है। उनका इस्तीफा स्वीकार होने के बाद श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट खाली हाे जाएगी।
एमपी में अब इतने मंत्री
रामनिवास रावत के मंत्री पद की शपथ लेने के बाद अब मध्य प्रदेश सरकार में 31 मंत्री हो गए हैं। मोहन यादव सरकार का दूसरी बार मंत्रिमंडल विस्तार हुआ है। हालांकि अब भी मंत्रिमंडल में 3 मंत्री पद खाली हैं। इससे पहले 25 दिसंबर को मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था, जिसमें 28 मंत्रियों को शपथ दिलाई गई थी। अब रामनिवास रावत को मिलाकर मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्रियों की संख्या 19 हो गई है।
विजयपुर सीट से 6 बार के विधायक रहे
श्योपुर की विजयपुर सीट से 6 बार विधायक रहे रामनिवास रावत ने 30 अप्रैल 2024 को कांग्रेस छोड़ने की घोषणा की थी। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और बीजेपी जॉइनिंग टोली के मुखिया नरोत्तम मिश्रा की मौजूदगी में श्योपुर के एक चुनावी कार्यक्रम में बीजेपी की सदस्यता ली थी।
तब रावत ने कहा था, ‘हर किसी की इच्छा रहती है कि वह क्षेत्र की जनता के लिए कुछ करे, लेकिन जितना विकास मैं चाहता था, नहीं करा पाया। अब बीजेपी में शामिल होकर क्षेत्र को प्रदेश की मुख्यधारा तक ले जाना चाहता हूं।’
सदस्यता खत्म करने की याचिका लगा चुकी थी कांग्रेस
कांग्रेस ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के पास विजयपुर विधायक रावत और बीना विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता खत्म करने के लिए पिटीशन लगाई है। शुक्रवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार के नेतृत्व में कांग्रेस विधायकों के दल ने विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की थी।