0 ईओयू प्रमुख ने शिक्षा मंत्रालय और एनटीए को सौंपा जला हुआ प्रश्नपत्र और बुकलेट नंबर

NEET Paper Leak – नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को नीट परीक्षा के पेपर लीक का जो प्रमाण चाहिए था, उसे लेकर बिहार के आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के प्रमुख नैय्यर हसनैन खान दिल्ली पहुंच गए हैं। वह उस बुकलेट का प्रमाण लेकर पहुंचे, जिसके प्रश्नों के उत्तर रटकर बिहार में कई परीक्षार्थियों ने सवालों में घिरे नीट का पेपर दिया था। जांच एजेंसी ने अब तक की कार्रवाई के बारे में एनटीए और शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों को पूरे केस की जानकारी दी। NTA इस जांच रिपोर्ट के आधार पर यह फैसला लेगा कि परीक्षा रद्द करना है या नहीं।

EOU की रिपोर्ट में कई रोचक तथ्य

नीट पेपर लीक की जांच में जुटी बिहार ईओयू ने विस्तृत जांच रिपोर्टमें कई रोचक तथ्य सामने आए हैं जिससे सरकार के माथे पर बल पड़ गए हैं। जांच रिपोर्ट में पेपर लीक के सारे सबूत पेश किए गए हैं और पूरे घटनाक्रम को जोड़कर प्रस्तुत किया गया है। आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के एडीजी नैयर हसनैन खान ने अब तक की जांच के आधार पर शिक्षा मंत्रालय और एनटीए को जो विस्तृत रिपोर्ट सौंपा है उस पर स्टेटस इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट लिखा हुआ है।

EOU का दावा : लीक हुआ है NEET का पेपर

इओयू की रिपोर्ट में स्पष्ट लिखा गया है कि नीट परीक्षा का पेपर लीक हुआ है। ईओयू ने बताया है कि जब्त जले हुए प्रश्नपत्र की फॉरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। ईओयू की रिपोर्ट में जले हुए प्रश्न पत्र के अवशेष और बरामद 68 प्रश्नों की सूची भी संलग्न है।

झारखंड से मिला था शुरूआती इनपुट

बिहार ईओयू ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और एनटीए को शनिवार को जो विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है, उसमें कई रोचक तथ्यों का उल्लेख है। पेपर लीक पूरी रोचक कहानी भी सिलसिलेवार ढंग से लिखकर सबूतों के साथ इस रिपोर्ट में सौंपी गई है। बताया गया कि झारखंड से आई एक फोन कॉल के बाद झारखंड नंबर की कार को बिहार पुलिस ने पकड़ा था जिसमे सिकंदर, अखिलेश और बिट्टू सवार थे।

एक के बाद एक होते गए खुलासे

उनके पास से कई छात्रों के एडमिट कार्ड बरामद हुए जिनसे पूछताछ के क्रम में गिरोह के बाकी सदस्यों, छात्रों और उनके परीक्षा केंद्र का पता चला। उनके तीन ठिकानों का पता चला, जहां से जले हुए प्रश्नपत्र और आर्थिक लेन देन के सबूत मिले। पेपर लीक के सबूत के तौर पर अब तक गिरफ्तार 13 लोगों के बयान की कॉपी ईओयू ने संलग्न किया है। इसमें चेक, पासबुक, एटीएम कार्ड से लेकर कुछ बैंकों से मंगाई गई जमा निकासी की रिपोर्ट भी संलग्न है।

पेपर लीक मामले गिरफ्तार चार छात्रों आयुष राज, अनुराग यादव, शिवनंदन और अभिषेक के रोल नंबर, बुकलेट, परीक्षा केंद्र वगैरह की विस्तृत जानकारी के अलावा इनके बयान की कॉपी अलग से पेश की गई है। गिरफ्तार सॉल्वर गैंग के सिकंदर, अमित आनंद, नीतीश और अन्य लोगों के बयान के साथ उनके इतिहास के बारे में एक विस्तृत रिपोर्ट ईओयू ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को सौंपा है।

हजारीबाग से मिला नीट पेपर लीक का क्लू, फिर खुले कई राज

नीट पेपर लीक मामले में शामिल सॉल्वर गैंग के फरार संजीव मुखिया, चिंटू, पिंटू, रॉकी उर्फ राकेश तथा अन्य के बारे में भी ईओयू ने अपनी रिपोर्ट में अलग से जिक्र किया है। पेपर लीक की पूरी कहानी झारखंड के हजारीबाग के एक परीक्षा केंद से पकड़ में आई। वहां से लेकर पटना तक लीक हुए पेपर के पहुंचने और उसे छात्रों तक पहुंचाने की बात ईओयू की रिपोर्ट दर्ज है।

इस सरकारी दफ्तर में रची गई साजिश

पटना के दानापुर के एक सरकारी दफ्तर में पूरी साजिश रची गई और छात्रों को पटना के ही एक सेफ हाउस में रखा गया था जहां सभी अभ्यर्थियों को प्रश्न और उत्तर रटवाये गए। ‘वह सेफ हाउस एनएचएआई का गेस्ट हाउस था।’ इस गेस्ट हाउस का इस्तेमाल सिकंदर ने अपने रिश्तेदार अभ्यर्थी अनुराग यादव को उसकी मां रीना के साथ ठहराने में किया था। नीट पेपर लीक मामले में झारखंड के देवघर से सॉल्वर गैंग के सदस्य पिंटू को गिरफ्तार किया गया है। वह पेपर लीक सरगना नालंदा के संजीव मुखिया का साथी है।

सरगना संजीव मुखिया फरार

पेपर लीक का सरगना संजीव मुखिया फरार चल रहा है। पिंटू के साथ चार अन्य को भी हिरासत में लिया गया है। पिंटू के साथी चिंटू की भी पुलिस को तलाश है। मामले की जांच कर रही आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के मुताबिक, नीट का पेपर सबसे पहले पटना में सॉल्वर गैंग के चिंटू के पास आया था।

सॉल्वर हैं चिंटू और पिंटू

चिंटू और पिंटू संजीव मुखिया के बेहद करीबी हैं। यही दोनों पटना के अलग-अलग ठिकानों से अभ्यर्थियों को लेकर लर्न प्ले स्कूल पहुंचे थे। इन्होंने ही लर्न प्ले स्कूल में सारी व्यवस्था की थी। बीते 5 मई की सुबह करीब नौ बजे चिंटू के ही मोबाइल पर प्रश्न पत्र और उत्तर आया था।

चिंटू ने प्रश्न पत्र और उत्तर प्रिंट कर अभ्यर्थियों को रटने के लिए दिया था। चिंटू नालंदा के गुलहरिया बिगहा का रहने वाला है जबकि संजीव मुखिया भी पास के ही नागरनौसा का रहने वाला है।

कभी रंजीत डॉन गिरोह का सदस्य था संजीव मुखिया?

नीट पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस को संजीव कुमार उर्फ संजीव मुखिया उर्फ लुटन की तलाश कर रही है। संजीव मुखिया का नाम, साल 2010 से कई एग्जाम के पेपर लीक मामले में आता रहा है। संजीव मुखिया पहले बिहार के सबसे बड़े शिक्षा माफिया रंजीत डॉन के साथ काम करता था, फिर उसने खुद अपना गैंग बना लिया। हाल ही में BPSC एग्जाम का पेपर संजीव मुखिया और उसके गैंग ने लीक करवाया था. संजीव का बेटा डॉक्टर शिव कुमार उर्फ बिट्टू बीपीएससी एग्जाम पेपर लीक मामले में गिरफ्तार हुआ था, जो फिलहाल जेल में है। बताया जा रहा है कि संजीव मुखिया के पेपर लीक का गैंग का नेटवर्क बिहार के नालंदा से ऑपरेट करता है और नेटवर्क पूरे देश में फैला हुआ है। संजीव मुखिया की पत्नी ममता देवी लोक जन शक्ति पार्टी के टिकट पर 2020 में चुनाव लड़ चुकी है, पहले मुखिया भी रह चुकी हैं।

आपस में जुड़े हैं सिपाही भर्ती, शिक्षक भर्ती और नीट पेपर लीक के तार

पेपर लीक मामले की जांच में जुटी पुलिस टीम का दावा है कि सिपाही भर्ती, शिक्षक भर्ती और नीट पेपर लीक केस के तार आपस में जुड़े हैं। इस बीच पेपर लीक की जांच कर रही बिहार की टीम ने झारखंड के हजारीबाग और देवघर में जाकर डेरा डाला है।

महाविद्यालय का कर्मी है संजीव मुखिया

हजारीबाग से प्रमाण जुटाए गए हैं जबकि देवघर में पूरी साजिश का हिस्सा रहे गिरोह के एक सदस्य को काबू कर लिया गया और उसके चार साथियों से गहन पूछताछ जारी है। हजारीबाग में पुलिस ने जला हुआ प्रश्नपत्र और बुकलेट नंबर 6136488 बरामद किया। दावा है कि यह बुकलेट हजारीबाग के एक सेंटर का है। अब तक की जांच में यह स्पष्ट हो गया हे कि नूरसराय महाविद्यालय का कर्मी संजीव मुखिया ही पेपर लीक करने वाले गिरोह का सरगना है।

नीट पेपर लीक केस में बिहार पुलिस की टीम अब मास्टरमाइंड संजीव मुखिया की तलाश में है। जांच एजेंसी ने नालंदा पुलिस को नोटिस भेजकर संजीव मुखिया को गिरफ्तार करने के लिए भी कहा है। नालंदा पुलिस ने संजीव मुखिया के घर छापेमारी की लेकिन वह फरार था। पुलिस संजीव के अलावा राकेश रंजन, चिंटू, पिंटू, आशुतोष समेत कई लोगों की तलाश में छापेमारी कर ही है।

संजीव के व्हाट्सऐप पर पहुंचा था नीट का प्रश्नपत्र

जांच में जुटी पुलिस नीट पेपर लीक वाले रहस्य से परत दर परत परदा उठाने में जुटी हुई है। टीम ने मास्टमाइंड संजीव की तलाश भी तेज कर दी है। आरोप है कि संजीव को एक प्रोफेसर ने वाट्सएप पर प्रश्नपत्र भेजा था और उसे पटना व रांची के मेडिकल के छात्र की मदद से हल करवाया था। फिर 5 मई की सुबह उत्तर के साथ इसे करायपुर सुराय के चिंटू उर्फ बलदेव के मोबाइल पर भेजा गया था।

चिंदू की मदद से पिंटू ने इसका प्रिंट निकाला। इसके बाद पटना के एक प्ले स्कूल में ठहराए गए करीब 20-25 अभ्यर्थियों को इस प्रश्नोत्तर को रटने के लिए भेज दिया गया था। पुलिस ने एकंगरसराय प्रखंड में छापेमारी कर एक व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया है।

गौरतलब है कि बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने जब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के पीएम प्रीतम कुमार पर की सिफारिश पर निलंबित जूनियर इंजीनियर सिकंदर यादवेंदु के साले के बेटे अनुराग को ठहराया गया था, उसके बाद से मामले में नया मोड़ आ गया है। बिहार पुलिस की जांच टीम प्रीतम से भी पूछताछ कर सकती है।

हजारीबाग पहुंची थी बिहार आर्थिक अपराध शाखा की टीम

नीट पेपर लीक मामले की जांच के क्रम में बिहार पुलिस की पांच सदस्यीय टीम शुक्रवार को हजारीबाग पहुंची थी। लगभग 8 से 10 घंटे तक टीम हजारीबाग के लोहसिंघना थाना स्थित ओयशिस स्कूल में पूछताछ की है जिसमें परीक्षा नियंत्रक, शिक्षक, समेत कई लोगों से जानकारी ली गई। बिहार से आई टीम ने इन लोगों का बयान भी दर्ज किया है।

शुक्रवार की देर रात हजारीबाग से टीम निकल गई। हजारीबाग में नीट परीक्षा के कुल 4 सेंटर बनाये गये थे जिनमें विवेकानंद स्कूल, जेवियर स्कूल, ओएसिस स्कूल और डीएवी स्कूल थे। नीट परीक्षा में डीएवी स्कूल का एक छात्र ने टॉप किया है। बिहार से आई टीम छात्रों के बारे में केंद्र के जरिए जानकारी ली।

देवघर में बिहार पुलिस का एक्शन, रांची कनेक्शन भी आया सामने

नीट पेपर लीक मामले में जांच एजेंसी एक्शन में आ गई हैं। शनिवार को झारखंड से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। झारखंड से सॉल्वर सिंटू को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पहले उसका साथी पिंटू गिरफ्तार किया गया था। दोनों की गिरफ्तारी देवघर से हुई है। सबसे पहले सिंटू और पिंटू के पास ही नीट का पेपर आया था। यह दोनों संजीव मुखिया गैंग से जुड़े हैं। जांच में नीट पेपर लीक के आरोप में गिरफ्तार सिकंदर कुमार यादवेंदु का भी रांची कनेक्शन सामने आया है। रांची के हरमू रोड पर एक खेल सामग्री की दुकान उसके बेटे होमी आनंद की है।

यूजीसी नेट मामले में सीबीआई ने एक को यूपी से दबोचा

यूजीसी नीट मामले में सीबीआई एक्शन में आ चुकी है। शनिवार को सीबीआई की एक टीम ने यूपी के कुशीनगर पहुंचकर एक ऐसे अभ्यर्थी से बातचीत की, जिसने इस बार परीक्षा दी थी। आशंका जताई जा रही है कि इस शख्स ने ही पेपर का कुछ हिस्सा टेलीग्राम पर पोस्ट किया था। सीबीआई की टीम ने कुशीनगर में जिस शख्स से पूछताछ की उसने भी यूजीसी नेट की परीक्षा दी थी। सीबीआई को शक है कि पेपर का कुछ अंश टेलीग्राम पर पोस्ट किया गया था। कुछ दिन दिल्ली में रहने के बाद इस शख्स ने नेट की तैयारी लखनऊ में की थी। सीबीआई की टीम ने उससे सवाल जवाब किए हैं। पिछले कुछ दिनों से यह शख्स कुशीनगर में है। इसके अलावा भी सीबीआई कई शहरों में इस मामले की तफ्तीश कर रही है। पहले सीबीआई ऐसे लोगों के बारे में पता लगा रही है जिन्होंने सोशल मीडिया पर पेपर लीक किया था।

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