रायपुर। सेंट्रल जीएसटी विंग ने विशेष खुफिया जानकारी और डेटा विश्लेषण के आधार पर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट पास करने वाले सर्वेश कुमार पाण्डेय को गिरफ्तार करने के बाद कई खुलासे हो रहे हैं। इस शख्स ने बड़ी संख्या में फर्जी फर्मों से 70 करोड़ से अधिक का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया था ।
इस मामले में आगे जांच करने पर पता चला कि दीपक कुमार मिश्रा नाम के एक अन्य शख्स मेसर्स दीपक एंटरप्राइजेज, रायपुर का मालिक है। वह सर्वेश कुमार पाण्डेय के ब्रोकर के रूप में काम करता था। वह भी इसी तरह की गतिविधियों में लिप्त है। उसने बेनामी सात फर्मों से 5.73 करोड़ रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया है। पूछताछ में दीपक कुमार मिश्रा ने कई अन्य फ़र्मों से फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ लेने की बात स्वीकार की। इस पर दीपक को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69(1) के तहत आज को गिरफ्तारी के बाद न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया।आयुक्त, सीजीएसटी मो. अबु सामा ने बताया कि 2017 के बाद से फर्जी बिलिंग के मामलों में रायपुर आयुक्तालय 18 लोगों को गिरफ्तार कर चुका है।