रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए कथित PSC घोटाले को सीबीआई को सौंपने पर कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया है। कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी का यह पॉलिटिकल प्रोपेगेंडा है। इसके अलावा और कुछ नहीं है। जांच कर रहे अधिकारी इस मामले को व्‍हाइट पेपर के रूप में सामने लाएं।

छत्‍तीसगढ़ कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा है कि CGPSC मामला बीजेपी का पॉलिटिकल प्रोपेगेंडा है। कांग्रेस सरकार के दौरान कोई अनियमितता नहीं हुई थी। बीजेपी कांग्रेस की छवि खराब करने की षड्यंत्र पूर्वक कोशिश कर रही है। इस मामले की जांच जो भी अधिकारी कर रहे हैं वे इसे व्‍हाइट पेपर के रूप में सामने लाएं।

गौरतलब है कि छत्‍तीसगढ़ में लोकसेवा आयोग ने 2021 में परीक्षा आयोजित कराई थी। इस पीएससी (Chhattisgarh PSC 2021Case) की परीक्षा में नियुक्तियां भी हो गई है, लेकिन इस नियुक्ति को लेकर बीजेपी ने तत्‍कालीन कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार पर घोटाले के आरोप लगाए थे। इस मामले की जांच बीजेपी की सीएम विष्‍णुदेव साय सरकार ने सीबीआई को सौंप दी है।

BJP ने किया पलटवार

कांग्रेस के सीबीआई जांच पर लगाए प्रोपेगेंडा वाले आरोप के बाद बीजेपी ने भी पलटवार किया है। छत्‍तीसगढ़ सरकार में मंत्री ओपी चौधरी ने इस पर बड़ा बयान दिया है। उन्‍होंने कहा कि कांग्रेस का सवाल उठाने का कोई हक नहीं है। युवाओं के साथ कांग्रेस ने धोखा किया है। सीजीपीएससी 2021 भर्ती मामले की CBI जांच का निर्णय बीजेपी सरकार ने लिया है।

जांच की प्रक्रिया सेंटर में नोटिफाई हो गई है। कई लोग भाग रहे हैं और कई लोग देश छोड़ रहे हैं। जिन्‍होंने भी धोखा किया है उन पर जरूर कार्रवाई होगी।

सीएम विष्‍णुदेव साय ने लिया था फैसला

बता दें कि सीजीपीएससी 2021 (Chhattisgarh PSC 2021Case) के मामले में मुख्‍यमंत्री विष्‍णुदेव साय ने 3 जनवरी को कैबिनेट की बैठक में बड़ा फैसला लिया और इस केस की जांच सीबीआई को सौंप दी। केंद्र सरकार के द्वारा भी सीबीआई जांच को लेकर अधिसूचना जारी कर दी गई है।

कैंडिडेट्स में था असंतोष

छत्‍तीसगढ़ में पीएससी परीक्षा 2021 (Chhattisgarh PSC 2021Case) की भर्ती में राज्‍य के कई विभागों में 170 पदों पर भर्ती की गई थी। इसकी चयन सूची भी जारी कर दी गई थी।

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