कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज पश्चिम बंगाल के बैरकपुर में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने 5 गारंटी दी है। पीएम मोदी ने कहा कि CAA कानून को खत्म करने की बात कर रहे हैं, लेकिन आज मैं TMC हो या कांग्रेस या फिर इंडि अलायंस, मैं डंके की चोट पर बंगाल को 5 गारंटी दे रहा हूं.
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में दी ये 5 गारंटी –
1. जबतक मोदी है धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जाएगा।
2. जबतक मोदी है SC, ST, और OBC का आरक्षण कोई खत्म नहीं कर पाएगा।
3. जबतक मोदी है रामनवमी मनाने से और भगवन राम की पूजा से कोई आपको रोक नहीं पाएगा।
4. जबतक मोदी है राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का जो फैसला है उस फैसले को कोई पलट नहीं पाएगा।
5. जबतक मोदी है CAA कानून को कोई भी रद्द नहीं कर पाएगा।
अपने संबोधन में पीएम मोदी ने लोगों से सवाल किया कि क्या TMC, कांग्रेस और लेफ्ट के लोगों के हाथ में ये महान देश सौंपा जा सकता है? साथियों, TMC कांग्रेस की इंडि अलायंस ने तुष्टिकरण की राजनीति के लिए घुटने टेक दिए हैं। ये लोग कहते हैं मोदी के खिलाफ वोट जिहाद करो।
‘तुष्टिकरण की जिद में…’
पीएम मोदी ने आगे कहा कि यहां पर TMC के विधायक ने कहा है हिंदुओं को भागीरथी में बहा देंगे, इनकी इतनी हिम्मत, इतना साहस, ये सब किसके सहारे हो रहा है। इन लोगो ने बंगाल में हिंदुओं को दोयम दर्जे का नागरिक बना कर रख दिया है। तुष्टिकरण की जिद में SC, ST, और OBC को मिलने वाला आरक्षण भी छीनना चाह रहे हैं। ये लोग कह रहे हैं कि ये आरक्षण मुसलमानों को दिया जाए और पूरा का पूरा दिया जाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि क्या आपको ये बात मंजूर है, आप इस बात को स्वीकार करेंगे। कर्नाटक में तो OBC को मिलने वाला आरक्षण मुसलमानों को दे भी चुकी है। आप सभी को बहुत सतर्क रहना है। CAA जैसी मानवता की रक्षा करने वाले कानून को इन्होंने रातों रात विलेन बना दिया। यह तो नागरिकता देने का कानून है, इससे किसी की नागरिकता नहीं जाती, लेकिन TMC, कांग्रेस वालो ने अपने झूठ के रंग से रंग दिया।
मोदी ने संदेशखाली का किया जिक्र
पीएम मोदी ने कहा कि संदेशखाली के गुनहगार को पहले तृणमूल कांग्रेस की पुलिस ने बचाया और अब टीएमसी ने एक नया खेल शुरु किया है। टीएमसी के गुंडे संदेशखाली की बहनों को डरा रहे हैं, धमका रहे हैं, सिर्फ इसलिए कि अत्याचारी का नाम शाहजहां शेख है।
राम मंदिर को लेकर कहा ये…
पीएम मोदी ने कहा कि आज स्थिति ये है कि बंगाल में अपनी आस्था का पालन करना भी गुनाह हो गया है। बंगाल में टीएमसी सरकार राम का नाम नहीं लेने देती। बंगाल में टीएमसी सरकार रामनवमी नहीं मनाने देती। कांग्रेस और लेफ्ट के लोगों ने भी राम मंदिर के विरुद्ध मोर्चा खोल रखा है।