रायपुर। सेंट्रल GST की टीम ने फर्जी बिलिंग के जरिये करोड़ों की GST की चोरी करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। GST की टीम द्वारा फर्जीवाड़ा करने वाले नेटवर्क की जाँच के दौरान यह 17 वीं कार्रवाई की गई है।

मास्टरमाइंड पहले ही हो चुका है गिरफ्तार

CGST रायपुर द्वारा कर चोरों के खिलाफ, विशेष रूप से फर्जी बिलिंग के कारोबार में शामिल करदाताओं के खिलाफ सख्त प्रवर्तन कार्रवाई कर रहा की जा रही है। विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक फर्जी चालान बनाने और केवल इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) पारित करने के उद्देश्य से बनाए गए 13 फर्जी फर्मों के एक नेटवर्क का हाल ही में भंडाफोड़ किया था। रैकेट के मास्टरमाइंड हेमन्त कसेरा को भी 4अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था।

फर्जी बिल खरीदकर की GST की चोरी

जांच के दौरान यह पाया गया कि हेमंत कसेरा की फर्मों ने इस तरह की फर्जी आईटीसी बड़ी मात्रा रायपुर में स्थित मेसर्स त्रिवेणी मेटालिक इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स श्री त्रिवेणी एंटरप्राइजेज को दी गई है। इसके बाद इन फर्मों के खिलाफ कार्रवाई की गई। जांच करने पर यह पता चला कि न केवल उपर्युक्त 2 फर्में बल्कि अन्य 4 फर्में सर्वेश कुमार पाण्डेय द्वारा नियंत्रित और प्रबंधित की जाती हैं। दस्तावेजों, खातों और रिटर्न की गहन जांच के बाद यह पाया गया कि पाण्डेय ने न केवल हेमंत कसेरा से, बल्कि कई अन्य जाली/फर्जी फर्मों से भी फर्जी बिल खरीदे हैं। अब तक की जांच मे 71.38 करोड़ रुपये की फर्जी आईटीसी का पता चल चुका है, जिसका लाभ पाण्डेय ने जीएसटी से बचने के इरादे से लिया था।

बहरहाल सर्वेश कुमार पाण्डेय को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69(1) के तहत आज गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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