रायपुर। रायगढ़ के पावर प्लांटों से निकलने वाले FLY ASH की वजह से केवल रायगढ़ जिला ही प्रदूषित नहीं हो रहा है, बल्कि अब सक्ती, सारंगढ़-बिलाईगढ़, महासमुंद और रायपुर जिला भी प्रभावित हो रहा है। जिस हाइवे से FLY ASH भेजा जा रहा है, वह पूरी तरह से ASH से पट गया है। रायगढ़ के फ्लाई एश का प्रभाव अब केवल यहीं तक सीमित नहीं है। अब यह आधा दर्जन जिलों की हवा खराब कर रहा है। कई पावर कंपनियां अपने संयंत्र से ASH निकालकर उसे सक्ती, सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में डंप कर रही हैं।

FLY ASH से सड़के हुईं सराबोर

पॉवर कंपनियों द्वारा डंपरों और ट्रेलरों के जरिए FLY ASH रायगढ़ से भेजा जाता है। रायगढ़ से चंद्रपुर, सारंगढ़, दानसरा, सराईपाली, बसना, पिथौरा, तुमगांव, आरंग होकर रायपुर तक परिवहन हो रहा है। पहले सूखा ASH भेजा जाता था जो रास्ते भर उड़ता रहता था। इसकी शिकायत हुई तो अब गीला ASH दिया जा रहा है, जो रास्ते भर ट्रॉली से रिसकर गिरता रहता है। वहीं हाईवे में एक ओर कई जगहों पर FLY ASH गिरा हुआ मिलेगा। सराईपाली के बाद एनएच में शाम के बाद कई जगहों पर राख उड़ने के चलते विजिबिलिटी जीरो हो जाती है। कहीं-कहीं सड़क किनारे भी FLY ASH डाल दिया गया है।

ज्यादा कमाने के फेर में कहीं भी फेंक रहे हैं राख

दरअसल पावर कंपनियों द्वारा FLY ASH को दूसरी जगह भेजने के लिए ट्रांसपोर्टरों को परिवहन हेतु दिया जाता है। इसके बदले में ट्रांसपोर्टर को दूरी के हिसाब से रकम मिलती है। ट्रांसपोर्टर के निर्देश पर उनके स्टाफ ज्यादा माल परिवहन के चक्कर में रास्ते में कहीं भी FLY ASH फेंक कर भाग जाते हैं। उधर FLY ASH देने वाली कंपनियां इस बात की तस्दीक भी नहीं करती हैं कि संबंधित वाहन इतनी जल्दी कैसे फेरे ले रहे हैं। इस तरह ज्यादा FLY ASH ढोने के फेर में इसे हाइवे के किनारे कहीं भी फेंका जा रहा है।

कई जिलों में पर्यावरण अधिकारी नहीं

छग पर्यावरण संरक्षण मंडल के प्रदेश में सात कार्यालय हैं। रायपुर मुख्यालय के अलावा रायगढ़, कोरबा, बिलासपुर, दुर्ग, जगदलपुर और सरगुजा में दफ्तर हैं। महासमुंद जिले में पर्यावरण विभाग का कोई ऑफिस नहीं है। यहां रायपुर से मॉनिटरिंग होती है। सक्ती और जांजगीर-चांपा में इतने पावर प्लांट होने के बावजूद कोई कार्यालय नहीं है। बिलासपुर आरओ यहां की मॉनिटरिंग करते हैं। स्थानीय स्तर पर कार्यालय और अधिकारी नहीं होने के चलते नियमित रूप से न तो मॉनिटरिंग होती है और न ही कार्रवाई।

प्रदेश का बहुत बड़ा इलाका पॉवर प्लांटों के धुंए और यहां से निकलने वाली राख से प्रदूषित हो रहा है। पिछले दिनों विधानसभा में भी यह मुद्दा उठाया गया था। राज्य की भाजपा सरकार के मंत्री ने जांच और कार्रवाई की बात भी कही है, मगर जिस तरह हाइवे पर FLY ASH फेंकी जा रही है, उस पर कठोर कार्यवाही करने की जरुरत है।

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