कवर्धा। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री विजय शर्मा को एक मामले में कोर्ट ने बरी कर दिया है। इस मामले मे विजय शर्मा व उनके साथी कैलाश चंद्रवंशी 18 दिनों तक जेल में भी रहे थे। कोर्ट परिसर में मीडिया से चर्चा में शर्मा ने कहा कि आम गरीब लोगों का राशन कार्ड नहीं बन रहा था। ऐसे लोगों के लिए एक जनप्रतिनिधि की हैसियत से किसी ऑफिस में जाना और अधिकारियों से बात करना तत्कालीन भूपेश सरकार में अपराध हो गया था। तत्कालीन विधायक मोहम्मद अकबर ने राजनीतिक प्रतिद्वंदता से हर तरह के हथकंडे अपनाये।

ये था मामला..?

कांग्रेस के शासनकाल में कवर्धा के तत्कालीन खाद्य अधिकारी अरूण मेश्राम ने विजय शर्मा के उपर कार्यलय मे पहुंच कर जातिसूचक गालीगलौज व धमकाने का आरोप लगाया था। उन्होंने इस मामले में नवम्बर 2021 को सिटी कोतवाली थाना मे FIR दर्ज कराया था।

दर्ज शिकायत के मुताबिक राशन कार्ड बनवाने के मुद्दे पर भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ विजय शर्मा और कैलाश चंद्रवंशी खाद्य विभाग पहुंचे थे। इस दौरान खाद्य अधिकारी के साथ गालीगलौज करने का आरोप लगाया गया था। इस पूरे मामले में सिटी कोतवाली थाना मे एक्ट्रोसिटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया था।

पूर्व मंत्री अकबर पर किया दोषारोपण

जिला सत्र न्यायालय के सेशन कोर्ट ने सुनवाई के बाद विजय शर्मा को दोषमुक्त कर दिया है। कोर्ट से निकलने के बाद विजय शर्मा ने विक्ट्री की साइन दिखाते हुए कहा…सत्यमेव जयते। वही विजय शर्मा ने मीडिया से बात करते हुये कहा कि यहा के पूर्व मंत्री मोहम्मद अकबर के इशारे पर षड़यंत्र पूर्वक मेरे उपर FIR दर्ज कराया गया था। आज कोर्ट ने अपना फैसला सुनाया है और सत्य की जीत हुई है। गरीबों के लिये लड़ना कांग्रेसियों को रास नही आ रहा था। वे झूठे मुकदमे चलाकर आवाज को दबाने का काम करते थे। आज कोर्ट से मुझे दोषमुक्त कर दिया है।

‘कांग्रेसियों ने हर तरह के हथकंडे अपनाये’

विजय शर्मा ने कहा कि कवर्धा में हुए ध्वज विवाद के बाद हमें आरोपी बनाया गया था। ध्वज विवाद केस में जमानत मिलने के बाद एक्ट्रोसिटी लगाकर 18 दिनों तक जेल भेजा गया। इस प्रकरण में मुझे जमानत न मिले इसलिए हर तरह के हथकंडे अपनाये गये। कोरोना काल में तीन वर्ष से कम सजा वालों को जमानत देने के नियम के तहत जमानत मिली उस नियम को खत्म करने का रातों रात प्रयास किया गया। उन्होंने कहा दर्जनों प्रकरण मुझ पर राजनीतिक कारणों से प्रेरित होकर दर्ज किए गए थे। जिनमें से एक में मुझे न्यायालय ने दोषमुक्त किया है। इस प्रकरण में विजय शर्मा के साथ वर्तमान जिला भाजपा उपाध्यक्ष कैलाश चंद्रवंशी पर भी एफआईआर दर्ज हुई थी। मामले में कैलाश चंद्रवंशी ने कहा कि एक बार फिर साबित हुआ मोहम्मद अकबर भय और दबाव की राजनीति करते थे, लोगों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराते थे।

You missed

error: Content is protected !!