नई दिल्ली। कांग्रेस ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें वॉशिंग मशीन का इस्तेमाल किया गया। इस मशीन के जरिए कांग्रेस ने बीजेपी पर करारा हमला बोला।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को होना है। इससे पहले राजनीतिक दलों का एक दूसरे पर हमला जारी है। शनिवार (30 मार्च) को कांग्रेस ने वॉशिंग मशीन रखकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाने पर लिया।
पवन खेड़ा ने कहा, “इस मशीन में अगर दाऊद इब्राहिम को डालोगे तो हो सकता है कि वो कोई बीजेपी का राज्यसभा सांसद बनकर निकले।” दरअसल, इस पीसी में कांग्रेस ने एक वॉशिंग मशीन सामने रखी जिस पर लिखा हुआ था बीजेपी की ‘वॉशिंग मशीन’ और एक वॉशिंग पाउडर भी दिखाया जिस पर लिखा था ‘मोदी वॉशिंग पाउडर’।
मोदी सरकार पर इस तरह साधा निशाना
इसके बाद खेड़ा ने एक पेपर जारी किया। जिसमें भाजपा पर यह आरोप लगाया गया है कि सरकार विपक्ष के नेताओं को डराने धमकाने के लिए CBI, ED और इनकम टैक्स डिपार्टमेंट जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। ऐसी वॉशिंग मशीन न हम आपको बेच पाएंगे और न आप खरीद पाएंगे, क्योंकि 8,552 करोड़ की मशीन केवल एक ही आदमी रख सकता है, उसका नाम नरेंद्र मोदी है। साथ में पवन खेड़ा ने उन नामों को गिनाया जो BJP में शामिल होकर बेदाग हो गए।
‘पुराना दाग भी हो, सब छूट जाता है’
इस दौरान पवन खेड़ा ने कहा, “इस वॉशिंग मशीन में मोदी नाम का वॉशिंग पाउडर डालोगे तो कितना भी पुराना दाग हो उसे भी छुटा देगी। वैसे बीजेपी वाले 10 साल पुराने दाग ही साफ कर रहे हैं। इसमें एक स्पिन का बटन भी है जिसे दबाने के बाद कोई भी घोटालेबाज राष्ट्रभक्त बन जाता है। इसके साथ ही इसमें एक स्लो बटन भी है जिससे कार्रवाई धीमी हो जाती है। फाइलें नीचे दबा दी जाती हैं। ये एक जादुई मशीन है।”
मशीन का इस्तेमाल करके यूं दिखाया
कांग्रेस पार्टी ने इस मशीन का इस्तेमाल करके भी दिखाया। एक सफेद रंग की टी-शर्ट ली गई जिस पर स्कैम, रेपिस्ट, फ्रॉड, करप्शन जैसे शब्द लिखे गए। इसके बाद इसे वॉशिंग मशीन में डाला तो उधर से एक नई टी-शर्ट निकाली गई जिसमे लिखा हुआ था ‘बीजेपी’। ये भी इस मशीन का कमाल है।”
दागदार से बेदाग हुए चेहरों की गिनती करवाई
खेड़ा ने विपक्ष के ऐसे 51 मामलो को गिनवाया जिन पर कार्रवाई चल रही है। इसके अलावा उन्होंने 20 केस ऐसे गिनाए, जिनमें भाजपा और उसकी सहयोगी दल के नेताओं पर केस दर्ज हैं। लेकिन वह अभी तक बचे हुए हैं और उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। खेड़ा ने NCP नेता प्रफुल्ल पटेल का नाम लेकर कहा कि भाजपा ने प्रफुल्ल पटेल पर अरबों रुपए के घोटाले का आरोप लगाया था, लेकिन जब वे NCP छोड़ भाजपा में शामिल हुए तब उनके सारे दाग धुल गए और वे बहुत अच्छे इंसान हो गए। उन्होंने असम के CM हिमंता सरमा का भी नाम लिया और कहा कि इनकी कहानी भी सेम है।
इन नेताओं पर लगाया आरोप
हिमंत बिस्वा सरमा: गुवाहाटी में जलापूर्ति घोटाले में आरोपी। भाजपा ने पहले उनके खिलाफ एक श्वेत पत्र निकाला था।
नारायण राणे: इनके खिलाफ CBI/ED ने कई मामले दर्ज किए हैं। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने उनके खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे।
अजित पवार: पीएम मोदी ने एनसीपी के खिलाफ 70,000 करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया। ED ने सतारा के जरांदेश्वर चीनी मिल की 2010 में धोखे से हुई बिक्री में चार्जशीट दाखिल की। अजित पर जांच जारी थी।
हसन मुश्रीफ: ED हसन मुश्रीफ से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले और कोल्हापुर स्थित चीनी मिल, संताजी घोरपड़ेशुगर फैक्ट्री में गड़बड़ियों की जांच कर रही है। फैक्ट्री मुश्रीफ का परिवार चलाता है। NCP से अलग होने के बाद कोई कार्रवाई नहीं हुई।
छगन भुजबल: 2016 में ED ने महाराष्ट्र सदन घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में छगन भुजबल को गिरफ्तार किया था। उन्हें 2018 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने जमानत दे दी थी। हालांकि एनसीपी से अलग होने के बाद अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। भुजबल, उनके रिश्तेदारों और फर्मों के खिलाफ बेनामी संपत्ति मामले में कार्रवाई भी बंद हो गई है।
अशोक चव्हाण: भाजपा ने उन पर आदर्श हाउसिंग सोसाइटी घोटाले का आरोप लगाया और उनके भाजपा में शामिल होने के बाद से इस मामले में कुछ भी आगे नहीं बढ़ा है।
मोदी सरकार संस्थाओं को कमजोर करने वाली आदतन अपराधी- खेड़ा
मोदी सरकार ने ED, IT, CBI जैसी स्वतंत्र संस्थाओं का इस्तेमाल अपना राजनीतिक विस्तार करने के लिए हथियार के रूप में किया है। चाहे वह फर्मों से इलेक्टोरल बॉन्ड की वसूली के लिए ED का दुरुपयोग हो या फिर 30 साल पुराने नोटिस के जरिए प्रमुख विपक्षी दलों को परेशान करने के लिए आयकर विभाग का उपयोग हो, भाजपा संस्थाओं को कमजोर करने में आदतन अपराधी बन गई है।