रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने जगदलपुर वनमंडल में कैम्पा मद में हुए घोटाले को लेकर सवाल पूछा। जिसके जवाब में वन मंत्री ने बताया कि शासकीय राशि का गबन हुआ था और DFO समेत संबंधितों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए फर्मों से अतिरिक्त राशि वसूल की गई।
डॉ चरण दस महंत ने पूछा कि वनमंडल जगदलपुर में कैम्पा मद के कार्यों में 2022-23 तथा 2023-24 में आर्थिक अनियमितताओं की क्या-क्या घटनाएं, शिकायतें प्रकाश में आई और उन पर क्या कार्यवाही की गई? राशि सहित बताएं? (ख) क्या उपरोक्त आर्थिक अनियमितता की राशि वसूल की गई या जमा कराई गई? यदि हां, तो कितनी-कितनी राशि, किसके किसके द्वारा, किसके आदेश से ?
इस सवाल पर वन मंत्री केदार कश्यप ने बताया कि बस्तर वनमण्डल, जगदलपुर में कैम्पा मद के कार्यों में वित्तीय वर्ष 2022-23 अंतर्गत शासकीय राशि गबन संबंधी 03 शिकायतें प्राप्त हुई। माह अक्टूबर 2022 एवं जनवरी 2023 के मासिक लेखा में अनियमितता पाये जाने पर मुख्य वन संरक्षक, जगदलपुर वृत्त के आदेश से जांच हेतु त्रिसदस्यीय जांच समिति का गठन किया गया।
जांच में पाई गई गड़बड़ी
समिति द्वारा जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया जिसके आधार पर मुख्य वन संरक्षक, जगदलपुर वृत्त के आदेश क्रमांक/68, दिनांक 29/03/2023 द्वारा बस्तर वनमण्डल, जगदलपुर के मासिक लेखा माह अक्टूबर 2022 एवं जनवरी 2023 में समायोजित सामग्री क्रय के देयकों की कुत राशि रू 1 करोड़ 39 लाख 34 हजार 471 रूपये से संबंधित समस्त प्रमाणकों को अनियमित व्यय मानते हुए अमान्य (Disallowed) किया गया तथा अनियमित व्यय की की गई राशि रु 13934471/- को राज्य कैम्पा के खाता क्रमांक 92101001995608 एक्सिस बैंक, गुढ़ियारी ब्रांच, रायपुर में जमा करने हेतु कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
IFS के खिलाफ आरोप पत्र
इस प्रकरण में दुलेश्वर प्रसाद साहू, भा.व. से. के विरूद्ध आरोप पत्र प्रेषित किया गया है तथा यशवंत साहू, कनिष्ठ तकनीकी अधिकारी/भण्डार शाखा, प्रभारी दिव्य कुमार दानी, सहायक ग्रेड-2 (निलंबित) तत्कालीन प्रभारी कैम्पा शाखा एवं अक्षय सोनी, सहायक ग्रेड-2, प्रभारी कैम्पा शाखा, बस्तर वनमंडल को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया है।
इन फर्मों से वसूल की गई राशि
वन मंत्री ने बताया कि माह अक्टूबर 2022 एवं जनवरी 2023 के लेखा में अनियमित व्यय की राशि निम्न संस्थानों से मुख्य वन संरक्षक, जगदलपुर के आदेश के तहत वसूल की गई है, जिसका विवरण निम्नानुसार है:-
वनमंडलाधिकारी के DD पावर छीन लिए थे
बताते चलें कि बस्तर वनमंडल में कैम्पा मद में बड़े घोटाले का पर्दाफाश हुआ था। यहां एक करोड़ उन्तालीस लाख रुपये के फर्जी बिलों का समायोजन कर गबन कर लिया गया। इस मामले में दोषी DFO के वित्तीय अधिकार छीनते हुए दूसरे IFS को कैम्पा का प्रभार सौंपा गया था। छत्तसगढ़ में वन विभाग के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब एक IFS के वित्तीय अधिकार छीन लिए गए थे।