जमशेदपुर। पूर्वी सिंहभूम जिले के मुसाबनी वन क्षेत्र के ऊपरबांधा जंगल के पास करंट लगने से पांच हाथियों की मौत हो गई। इनमें तीन शिशु हाथी, एक नर और एक मादा हाथी हैं। इनकी मौत 33,000 वोल्ट के करेंट की चपेट में आने से हुई है।
हाथियों की मौत की जानकारी तब हुई, जब कुछ ग्रामीण सूखी लकडियां और पत्ते लाने के लिए जंगल में गये। उन्होंने जंगल में मरे हुए हाथियों को देखा और उनकी तस्वीरें खींच कर लाए। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। ग्रामीणों का आरोप है कि इन हाथियों की मौत वन विभाग एवं बिजली विभाग की लापरवाही की वजह से हुई है।
11 हजार फीट की ऊंचाई पर हाई वोल्टेज तार..!
दरअसल, ऊपरबांधा जंगल में मात्र 11 फीट की ऊंचाई से 33,000 वोल्ट का तार गुजरा है। वन विभाग ने कुछ दिन पहले ही जंगल में ट्रेंच की खुदाई की है और मिट्टी का टीला बगल में ही पड़ा रहने दिया। हाथी यहां से गुजर रहे थे। संभावना जताई जा रही है कि रास्ता पार करने के एक हाथी मिट्टी के टीले पर चढ़ा तो ऊपर से गुजर रहे 33,000 वोल्ट के तार की चपेट में आ गया।साथ-साथ चल रहे बाकी हाथी भी उसके संपर्क में आने से जान गंवा बैठे।
पक्के मकानों में लेनी पड़ी शरण
हाथियों के झुंड में कुल 9 हाथी थे, जिनमें पांच की मौत हो गई। घटना के बाद 4 हाथी वहीं जमे रहे, जिससे गांव वाले सहम गए। स्थिति इतनी भयावह नजर आ रही थी कि गांव के लोग पक्के मकानों की छतों पर शरण लेनी पड़ी।
करंट से दो हाथियों की हो चुकी है मौत
इसी महीने पूर्वी सिंहभूम में करंट लगने से दो अन्य हाथियों की मौत हो गई थी। वन विभाग का कहना है कि बार-बार की शिकायत के बावजूद बिजली विभाग हाथियों के विचरण वाले इलाकों में बिजली के खंभों की ऊंचाई नहीं बढ़ा रहा है।
जांच के लिए टीम का गठन
जिला के उपायुक्त ने कहा कि इस घटना की विस्तृत जांच की जाएगी और जांच के लिए फिलहाल एक टीम का गठन किया गया है। साथ ही विद्युत विभाग को यह भी निर्देश दिए जाएंगे कि 440 वोल्ट के तार, 11 हजार और 33 हजार वोल्ट के तार व पोल की क्या स्थिति है, इसकी समीक्षा करके खामियों को दुरुस्त करे।
मंत्री मंजूनाथ व स्थानीय विधायक रामदास सोरेन ने भी जांच कर बिजली तार को दुरुस्त करने की बात कही है, साथ ही बचे हुए हाथी को कैसे सुरक्षित बाहर निकाला जाए इसपर वन विभाग को काम करने के लिए कहा है।