नई दिल्ली। चुनाव आयोग के समक्ष दाखिल जानकारी के अनुसार, प्रुडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट ने पिछले साल राजनीतिक दलों को कुल 363.15 करोड़ रुपये का दान दिया। भाजपा को पिछले वर्ष के दौरान किए गए दान का 70.56 फीसदी हिस्सा मिला है।
मार्च 2023 में समाप्त हुए वित्तीय वर्ष के दौरान केंद्र की सत्ताधारी पार्टी भाजपा को प्रुडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से कुल 256.25 करोड़ रुपये मिले। वहीं, तेलंगाना की सत्ता में मौजूद भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को 90 करोड़ रुपये और आंध्र प्रदेश की सत्ताधारी पार्टी वाईएसआरसीपी को 16 करोड़ रुपये मिले।
चुनाव आयोग के समक्ष दाखिल जानकारी के अनुसार, ट्रस्ट ने वर्ष के दौरान राजनीतिक दलों को कुल 363.15 करोड़ रुपये का दान दिया। ट्रस्ट द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक, भाजपा को पिछले वर्ष के दौरान किए गए दान का 70.56 फीसदी हिस्सा मिला है। ट्रस्ट ने भाजपा को 17 किश्तों में यह राशि दी है।
आप को दिए गए 90 लाख रुपये
अरविंद केजरीवाल की पार्टी आप को दो वर्षों में फंड से कुल 90 लाख रुपये मिले। आप को ये हिस्सा 45 लाख रुपये की दो किश्तों में हासिल हुआ है।
बीआरएस के हिस्से में आये 90 करोड़ रुपये
ट्रस्ट ने बीआरएस को तीन किस्तों में कुल 90 करोड़ रुपये दिए। एक किश्त में सबसे अधिक 75 करोड़ रुपये, जबकि 10 करोड़ रुपये की दूसरी और 5 करोड़ रुपये की तीसरी किश्त तेलंगाना में सत्तारूढ़ पार्टी को दी गईं।
उधर वाईएसआरसीपी को चार किश्तों में 16 करोड़ रुपये का योगदान मिला। इसे एक बार में 12 करोड़ रुपये का हिस्सा मिला था।
चंदे की चुनाव आयोग को देनी होती है जानकारी
एक अन्य ट्रस्ट परिवर्तन इलेक्टोरल ट्रस्ट ने भाजपा को 75 लाख रुपये का चुनावी चंदा दिया है। बता दें कि नियमों के मुताबिक, राजनीतिक दलों को चंदा देने वाले इलेक्ट्रोरल ट्रस्टों को वर्ष के दौरान चुनाव आयोग के समक्ष जानकारी दाखिल करनी होती है।