कुरुद। धमतरी पुलिस ने भाजपा नेता की हत्या के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पूर्व भाजपा विधायक स्व. सोमप्रकाश गिरी के तीन बेटों के बीच जारी संपत्ति विवाद में आज एक की हत्या कर दी गई। जिसके बाद मृतक की पत्नी की रिपोर्ट पर दो भाइयों को गिरफ्तार कर पुलिस इस घटना में शामिल अन्य लोगों की पतासाजी में लगी है।
बता दें कि भाजपा प्रवक्ता अजय चन्द्राकर ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए लापरवाह पुलिस अधिकारियों को हटा कर क्षेत्र में निष्पक्ष चुनाव के लायक वातावरण तैयार करने की मांग उठाई थी।
इस संबंध में पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक कुरुद थानांतर्गत रविवार सुबह मरौद में रॉड और लाठी से लैस 8 से 10 लोगों ने भाजपा नेता चंद्रशेखर गिरी गोस्वामी के घर में घुसकर हमला कर पति-पत्नी को बुरी तरह घायल कर दिया। ग्रामीणों की मदद से दोनों को सिविल अस्पताल कुरुद लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने दोनों को धमतरी अस्पताल भेज दिया, लेकिन रास्ते में ही चंद्रशेखर गिरी की मौत हो गई।
मृतक की पत्नी अर्चना गिरी की रिपोर्ट पर थाना कुरूद में अपराध क्र 655/ 231 धारा 460, 294, 323.50. 147. 148, 149, 396 के तहत आरोपी हेमेन्द्र गिरी, हेमगिरी गोस्वामी को हिरासत में ले लिया है।
संपत्ति को लेकर भाइयों में था विवाद
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मधुलिका सिंह ने बताया कि ग्राम मरौद में चंद्रशेखर गिरी पिता स्व. सोमप्रकाश गिरी (50 वर्ष) गरौद का अपने सगे भाइयों हेमगिरी गोस्वामी एवं हेमेन्द्र गिरी गोस्वामी के साथ पिछले 6-7 महीनों से संपत्ति संबंधी विवाद चल रहा था। इस संबंध में दोनों पक्षों के द्वारा एक दूसरे के विरुद्ध समय-समय पर थाना कुरूद में अपराध पंजीबद्ध कराया गया है।
15 अक्टूबर की सुबह करीब 6 बजे हेम गिरी गोस्वामी एवं हेमेन्द्र गिरी गोस्वामी ने अपने 2 गाड़ियों में लगभग 8 से 10 गुडों को लेकर चंद्रशेखर गिरी गोस्वामी के घर घुसकर चंद्रशेखर गिरी एवं उनकी पत्नी अर्चना गिरी गोस्वामी के साथ लाठी डंडा एवं राड से हमला कर दिया, जिसके चलते चन्द्रशेखर गिरी की मौत हो गई।
मृतक की पत्नी ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
मृतक की घायल पत्नी अर्चना गोस्वामी ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। एफआईआर के नाम पर बार-बार पैसे मांगना, शिकायत करने पर उचित कार्रवाई नहीं करना, पैसे नहीं देने पर एफआईआर नहीं लिखने तक की बात कही गई है। वहीं पुलिस इस हत्या की वजह से पारिवारिक विवाद बता रही है।
दिन दहाड़े इस हत्याकांड से गुस्साए भाजपाइयों ने थाना पहुंच पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। विधायक अजय ने भी घटना की निंदा करते हुए निर्वाचन आयोग से लापरवाह अधिकारियों को हटाने की मांग की है।