नारायणपुर। आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने यहां नारायणपुर में टाइगर बॉय के नाम से प्रसिद्ध चेंदरू मंडावी की प्रतिमा का अनावरण किया। यहां चेंदरू की स्मृति में एक पार्क भी स्थापित किया गया है।
चेंदरू खतरनाक शेरों के साथ खेलता था
सन् 1960 का घने जंगलो से घिरा घनघोर अबूझमाड़ का बस्तर, यहां मुरिया जनजाति के लोगो का साम्राज्य था, इन घने जंगलो में Chendru नाम का 10 वर्षीय बच्चा खतरनाक शेरों के साथ सहज तरीके से खेलता था, अठखेलियां करता था।
टाइगर बॉय के नाम से प्रसिद्ध चेंदरू मंडावी का नारायणपुर जिले के ग्राम गढ़बेंगाल में जन्म हुआ था। उनकी दोस्ती बाघ (टेंबु) से होने के कारण उन्हें टाइगर बॉय के नाम से जाना जाता है। चेंदरू और बाघ की दोस्ती पर बनी फिल्म ‘‘द जंगल सागा‘‘ का 1997 में ऑस्कर अवार्ड प्राप्त हुआ। स्वीडन के फिल्म निर्देशक अरने सक्सहार्फ द्वारा बनाई गई इस फिल्म से चेंदरू मंडावी की ख्याति पूरे विश्व में फैल गई। चेंदरू स्वीडन में भी 1 वर्ष रहे। अपने जीवन के अंतिम समय में वे अपने गांव में ही रहे, जहां 78 वर्ष की आयु में 18 सितंबर 2013 को उनका निधन हुआ।
प्रतिमा अनावरण के अवसर पर छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं नारायणपुर विधानसभा के विधायक चंदन कश्यप, जिला पंचायत अध्यक्ष श्यामबती नेताम, उपाध्यक्ष देवनाथ उसेंडी, नारायणपुर जनपद पंचायत अध्यक्ष पंडीराम वड्डे, संयुक्त कलेक्टर अभिषेक गुप्ता सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी, चेंदरू के परिवार जन एवं नागरीकगण उपस्थित थे। इसके अलावा प्रभारी मंत्री ने नारायणपुर के गढ़बेगाल पहुच कर वहां स्थित पार्क का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यहां बच्चों के खेलने के लिए सुविधायें उपलब्ध करायी गई है। उन्होंने यह भी कहा कि चेन्दरू मण्डावी के परिवार को शासन की योजनाओ को लाभ भी दिलाया जायेगा।