रायपुर। दौड़ना आपकी सेहत के लिए ही नहीं बल्कि लंबी उम्र पाने के लिए भी कारगर है। इसके बारे में आम लोगों के बीच जागरूकता लाने के लिए लाने के लिए जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन एवं नेशनल मेडिकल आर्गेनाईजेशन, छत्तीशगढ़ द्वारा “रन फ़ॉर हेल्थ” का आयोजन पंडित जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से मरीन ड्राइव तक किया गया। इस दौड़ को मेकाहारा के अधीक्षक डॉ एसबीएस नेताम द्वारा हरी झंडी दिखा कर शुरू किया गया।

मस्तिष्‍क में हजारों नई कोशिकाओं का निर्माण

इस मौके पर डॉ एसबीएस नेताम ने बताया कि दौड़ के फायदे अनेक हैं, जैसे कि कुछ दिनों की दौड़ से ही मस्तिष्‍क में सैकड़ों-हजारों नयी कोशिकाओं का निर्माण हो जाता है। इससे मस्तिष्‍क की कार्यक्षमता में इजाफा होता है। साथ ही आपकी याददाश्त पर भी सकारात्मक असर पड़ता है। इससे आप डिमेंशिया और अल्‍जाइमर जैसे याददाश्त संबंधी रोगों से बचे रह सकते हैं।

“लोगों में बढ़ रहा है मोटापा”

इस “रन फ़ॉर हेल्थ” में मेडिकल छात्र-छात्राओं और जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। जुडो के प्रेजिडेंट डॉ प्रेम चौधरी ने बताया कि फिजिकल एक्टिविटी आज के समय की आवस्यकता ही नही मजबूरी हो गई है, क्योंकि अब वेस्टर्न देशों के जैसे हमारे भारत में भी मोटापे के मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हो रही है, जो कि चिंताजनक है इसी को ध्यान में रखते हुए हम डॉक्टर्स ने रन फ़ॉर हेल्थ का आयोजन किया और संदेश देने की कोशिश की कि दोड़ने से डायबिटीज़, अर्थराइटिस और हृदय की बीमारियों का खतरा कम होता है।

“दौड़ना सबसे अच्छा व्यायाम”

मेडिकल कॉलेज से मरीन ड्राइव तक की दौड़ में सैकड़ों डॉक्टर्स ने हिस्सा लिया। मरीन ड्राइव में मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन के प्रेजिडेंट और पैथोलॉजी के हेड ऑफ डिपार्टमेंट डॉ अरविंद नेरल उपस्थित रहे। उन्होंने जुडो के प्रयाशों की सराहना की और बताया कि फिट रहने के लिए अन्य व्यायाम की तुलना में दौड़ना सबसे अच्छा व्या‍याम है। दौड़ना बहुत ही सरल और जल्द फायदा पहुंचाने वाला व्यायाम है। दौड़ने के लिए किसी खास तकनीक की भी जरुरत नहीं होती। इससे ना केवल वज़न नियंत्रित होता है बल्कि आप पर उम्र का असर भी देर से दिखाई देता है। आज की आराम-तलब जीवनशैली में लोगों के पास व्यायाम के लिए समय नहीं। ऐसे में दौड़ना सबसे अच्छा व्यायाम है। दौड़ने से ना केवल मांसपेशियां मजबूत होती हैं, बल्कि शरीर भी फिट रहता है।

जुडो एवं नमो के द्वारा आयोजित “रन फ़ॉर हेल्थ” के मौके पर एक थीम “say no to tobacco” भी आज के कार्यक्रम की हिस्सा थी। इस संबंध में डॉ दीपक गुप्ता ने बताया कि धूम्रपान का सेवन करना, स्पष्टतः जीवन को नरक से भी बदतर बनाना है। इससे आर्थिक, शारीरिक और सामाजिक आदि हर स्तर पर नुकसान ही नुकसान होता है। एक तरह से धूम्रपान एवं तम्बाकू का सेवन, खुशहाल जीवन का अजेय दुश्मन कहा जा सकता है। इस मौके पर डॉ अमन अग्रवाल, डॉ गौरव परिहार, डॉ व्योम अग्रवाल, डॉ सोनल चंद्राकर, डॉ रमेश साहू, डॉ किशोर पैकरा और डॉ अरिहंत बोथरा सहित बड़ी संख्या में डॉक्टर्स उपस्थित रहे।

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